Catarrhal Fever Treatment In Hindi – सर्दी का बुखार

453

जो ज्वर सदीं लगने के कारण आता है, उसे ही सदी का ज्वर कहते हैं । यह ज्वर प्रायः वर्षा या पानी में भीग जाने अथवा ठण्ड लग जाने के कारण होता है। इसमें ठण्ड महसूस होते रहना, शरीर में दर्द, आवाज बैठ जाना, ऑख-नाक से पानी बहना, घबराहट, बेचैनी, सिर-दर्द आदि लक्षण प्रकट होते हैं ।

कैम्फर Q- रोग की प्रथमावस्था में इसे देने से तुरन्त लाभ होता है ।

एकोनाइट 3x, 30- रोग की प्रथमावस्था, बेचैनी, प्यास, ज्वर रहना आदि लक्षणों में अत्यन्त लाभप्रद हैं ।

एलियम सिपा 30– रोगी की आँख-नाक से पानी बहने लगे तो केवल इसी लक्षण के आधार पर इस दवा को दे देना चाहिये, लाभ होगा ।

इपिकाक 3x, 30- मिचली या वमन की शिकायत के साथ ज्वर आने पर इस दवा का सेवन करना चाहिये ।

रसटॉक्स 30- वरसात में भीग जाने या ठण्डी हवा लग जाने के कारण आने वाले ज्वर में इस दवा का सेवन करना चाहिये ।

डल्कामारा 30– नमी में रहने या नम हवा लग जाने के कारण आने वाले ज्वर में इस दवा को देना चाहिये ।

Ask A Doctor

किसी भी रोग को ठीक करने के लिए आप हमारे सुयोग्य होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर का consultancy fee 200 रूपए है। Fee के भुगतान करने के बाद आपसे रोग और उसके लक्षण के बारे में पुछा जायेगा और उसके आधार पर आपको दवा का नाम और दवा लेने की विधि बताई जाएगी। पेमेंट आप Paytm या डेबिट कार्ड से कर सकते हैं। इसके लिए आप इस व्हाट्सएप्प नंबर पे सम्पर्क करें - +919006242658 सम्पूर्ण जानकारी के लिए लिंक पे क्लिक करें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें