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Stomach Diseases

Pruritus Ani Treatment In Hindi – मलद्वार के समीप खुजली

इस रोग में मलद्वार के चहुँ ओर काफी खुजली रहती है । खुजली के साथ ही वहाँ की त्वचा पर उद्भेद भी निकल आते हैं। मलद्वार में सुरसुराहट, कुटकुटाना व खुजली होती है। यह रोग आँतों में कीड़े…

Appendicitis Treatment In Hindi

पेट के दाहिनी ओर के निचले भाग में, जहाँ पर बड़ी और छोटी ऑत होती है। इस ऑत में प्रदाह व दर्द होना ही अपेण्डिसाइटिस कहलाता है। इसमें दाँयी कोख में दर्द, स्पर्श सहन न होना, जकड़न, हाथ…

Hepatitis Treatment In Hindi – यकृत प्रदाह

यकृत में दर्द, सूजन व जलन होने की दशा को ‘यकृत-प्रदाह' कहते हैं। किसी अन्य रोग के कारण, अनुचित खान-पान से,गर्म दवाओं का व्यवहार करने से यह रोग हो जाता है । एनैन्थिरम Q, 3, 6– यकृत…

Gall Stone Treatment In Homeopathy – पित्त की पथरी

पित्ताशय में रोग के कारण पत्थर के कण-से इकट्ठे हो जाते हैं जिन्हें पित्त की पथरी कहते हैं । इसके कारण थोड़ा-बहुत दर्द रहता है । यदि पथरी बड़ी हो और पितवाही नली में प्रवेश कर जाती…

भगन्दर का होम्योपैथिक इलाज || Homeopathic Medicine For Fistula In Ano In Hindi

Homeopathic Medicine For Fistula In Ano In Hindi मलद्वार के चारों ओर या अन्दर घाव होकर एक तरह का फोड़ा या नासूर हो जाता है, यही भगन्दर कहलाता है । इस फोड़े में एक पतलासा सुई की नोक…

Prolapsus Of Rectum Treatment In Hindi – काँच निकलना

गुदा का अन्तिम भाग मलद्वार के बाहर आ जाता है जिसे काँच निकलना कहते हैं । इसमें मलद्वार पर सूजन भी आ जाती है । यह मल-त्याग या मूत्र-त्याग के समय बाहर निकल आती है। कब्ज, बवासीर,…

Piles Treatment In Hindi – बवासीर का इलाज़

इसमें मलद्वार के बाहर या भीतर सूजन के साथ मस्से हो जाते हैं। कभीकभी मलद्वार के बाहर व भीतर- दोनों ओर भी ये मस्से हो जाते हैं । साथ में मलद्वार में खुजली, जलन, सुरसुराहट, दर्द आदि…

Enlarged Liver Treatment In Hindi – यकृत का बढ़ जाना

छाती के दाँये ओर वाली पसलियों के नीचे की हड्डी के समीप से ऊपरी पेट के अग्रखण्ड के नीचे के स्थान तक यकृत नामक अंग होता है । यकृत में खून ज्यादा हो जाने अथवा हृदय या फेफड़े के रोग…

Gastritis Treatment In Hindi – प्रकाशय प्रदाह

इस रोग में पाकस्थली की श्लैष्मिक झिल्ली में प्रदाह हो जाता है। इसमें भोजन करने के कुछ देर बाद पेट में अशान्ति व तीव्र दर्द होता है । फिर मिचली, वमन, खट्टी डकारें आना, अफारा आदि…
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