एनल फिशर का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Anal Fissure In Hindi ]

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इस पोस्ट में हम anal fissure और उसकी होम्योपैथिक मेडिसिन के बारे में जानेंगे। अगर मलद्वार या गुदाद्वार के आसपास दरारें बन जाए, मलद्वार के अंदर की स्किन फट जाये तो उसे एनल फिशर ( anal fissure ) कहा जाता है। जब कब्ज की शिकायत में मल बहुत कठोर हो जाता है और उसे निकालने में बहुत जोर लगाना पड़ता है तो anal fissure की समस्या हो जाती है। Anal fissure होने पर बहुत ज्यादा दर्द होता है और खून भी निकलता है। मल त्यागते समय और मल त्यागने के बहुत देर बाद तक दर्द और जलन होता है।

Anal fissure होने के कारण

  • बहुत लम्बे समय तक कब्ज का रहना इसका एक मुख्य कारण है।
  • कभी-कभी लगातार दस्त होने से भी यह समस्या हो जाती है।
  • इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (आईबीडी) जैसे अल्सरेटिव कोलाइटिस के कारण भी anal fissure हो जाया करता है।
  • सिफलिस या हर्पिस रोग भी गुदाद्वार में संक्रमण पैदा कर देते हैं।

Anal fissure का लक्षण

  • शौच के दौरान दर्द और जलन होना, कभी-कभी ज्यादा दर्द होना।
  • मल त्यागने के बाद भी बहुत देर तक दर्द का बना रहना।
  • मल त्यागने के बाद खून निकलना।
  • अगर fissure गुदाद्वार के बाहर है तो घाव जैसा दिखाई देता है।
  • देखने पर गुदा के चारों ओर दरार जैसा दिखाई देता है।

Case Study On Anal Fissure

एक 32 वर्षीय पुरुष Anal fissure और कब्ज की शिकायत लेकर मेरे पास आया। उसे बहुत कठोर मल होता है और मलद्वार में अत्यधिक दर्द होता है जिससे बैठना और चलना मुश्किल हो जाता है।

दर्द ऐसा होता है मानो किसी ने चाकू से काट दिया हो, चुभन भी रहती है। अत्यधिक जलन होती है, जैसे कटे हुए भाग पर नींबू या नमक छिड़क दिया गया हो।

मल त्यागने के बाद 4-5 घंटे तक दर्द बना रहता है। बेचैनी पूरे दिन बनी रहती है। कभी-कभी रक्तस्राव भी होता है।

रोगी दो साल पहले रीढ़ की हड्डी की टीबी से पीड़ित था। हालाँकि, अब टीबी नहीं है, लेकिन उन्हें अभी भी पीठ में दर्द की शिकायत है, दर्द हल्का बना रहता है।

रोगी के इतिहास के बारे में मैंने पुछा तो उन्होंने बताया कि :- “मेरी सारी शिकायतें तब शुरू हुईं जब मैंने अपना जॉब बदला; इस नौकरी में काफी तनाव था। मैं और मेरी पत्नी शादी से पहले एक ही कंपनी में काम करते थे।

शादी से पहले भी बहुत तनाव था और अब शादी के बाद भी। शादी से पहले हमारे बीच कई मुद्दे थे, हमारे परिवारों को मनाना काफी मुश्किल था क्योंकि वे हमारी शादी के खिलाफ थे।

मेरी माँ अपने और मेरी पत्नी के बीच झगड़ों के कारण हमसे अलग रह रही है। इससे मैं काफी तनाव में रहता हूँ। मैं लगातार इसके बारे में सोचता रहता हूँ।

अब तक रोगी अपने रिश्तों को बनाए रखने में असमर्थता के बारे में बात कर रहा है। वह सिर्फ अपने रिश्ते और परिवार के बारे में बात कर रहे थे।

मैंने उनसे खुद के बारे में बताने को कहा, उन्होंने बताया, मैं व्यक्ति को नोटिस करता हूं, मैं उनके व्यवहार को देखता हूं। मैं आसानी से दोस्त नहीं बनाता। अगर उसने मुझे धोखा दिया तो मुझे गुस्सा आता है, मैं फिर उससे बात नहीं करता।

मैं उससे पूरी तरह से डिस्कनेक्ट हो जाता हूँ। जब मैं अपने दोस्तों के साथ होता हूं तो यदि वे मेरा मजाक उड़ाते हैं तो मैं चला जाता हूं, मेरा ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है, मैं किसी की बकवास नहीं सुन सकता।

मैं उसके साथ भी वैसा ही व्यवहार करूंगा, लेकिन उसे वापस देना इसलिए जरूरी है ताकि सामने वाले को अपनी गलती का एहसास हो। कुल मिलाकर मैं एक बहुत ही शांत स्वभाव का लड़का हूं।

मैं अच्छा इंसान हूं, मैं किसी को ठेस नहीं पहुँचाना चाहता। मैं मेहनती हूं। मैं लगातार अपने प्रदर्शन से बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करता हूं। मुझे ऊंचाई और अंधेरे से डर लगता है।

इस बात को लेकर बहुत तनाव रहता है कि मुझे क्या खाना है और क्या नहीं। मेरे स्वास्थ्य के लिए क्या अच्छा है? यह शिकायत मेरे आत्मविश्वास को कम कर रही है।

शारीरिक लक्षण पूछने पर उन्होंने बताया कि :- इच्छा : मिठाई, प्यास : प्यास कम लगती है। प्रति दिन 2-3 गिलास। ठण्ड अधिक लगती है, रोगी शीत प्रधान है।

मरीज़ की मुख्य समस्याएं उसकी क्षमता के इर्द-गिर्द घूमती हैं। वह अपने जीवन में संतुलन कैसे बनाए रखें, इसके बारे में बात कर रहे हैं। वह अपनी पत्नी और मां को एक साथ लाने में असमर्थ हैं – यह उनकी कमी है।

कुछ घटनाओं में वह उसी तरह से बदला लेने या उस व्यक्ति को जवाब देने की बात करता है जो उसे धोखा देता है।

वह नई परिस्थितियों का सामना करने, रचनात्मकता और प्रदर्शन के बारे में बात करता है। उसे किसी ऐसे व्यक्ति के सहारे की जरूरत है जो उसे हर परिस्थिति में मार्गदर्शन दे सके।

Strontium carb दवा में निर्भरता है। यह रोगी बिल्कुल यही कह रहा है – वह अपनी मां और अपनी पत्नी, अपने भाई, अपने परिवार पर निर्भरता के बारे में बात कर रहा है।

Strontium carb का एक व्यक्ति ‘मार्गदर्शन’ की तलाश करता है, रिश्ते ही उसके मार्गदर्शक होते हैं और उसके जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ होते हैं।

Strontium carb के व्यक्ति में आप पाएंगे :- जिम्मेदारी, मार्गदर्शन की आवश्यकता, रचनात्मकता विचार, अँधेरे का डर, ऊँचे स्थानों का डर, गुदा में दर्द और जलन, मल त्यागने के बाद गुदा में जलन का दर्द लंबे समय तक बना रहना।

ऐसे में Strontium carb 1M एक खुराक देकर रोगी को 3 दिन में फॉलोअप करने को कहा गया।

उन्होंने कहा मैं काफी बेहतर महसूस कर रहा हूँ, दर्द केवल 10% ही रह गया है। कोई रक्तस्राव नहीं, कब्ज की शिकायत नहीं, मेरी नींद की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। मैं खुश और तनावमुक्त महसूस कर रहा हूँ।

मैंने 15 दिन बाद Strontium carb 1M की एक खुराक और लेने की सलाह दी।

3 महीने के बाद हमने मरीज़ को दवाएँ बंद करने के लिए कहा क्योंकि वह पूरी तरह से बेहतर था। 6 महीने के बाद, रोगी का फॉलो-अप किया गया और उसने पुष्टि की कि वह बहुत अच्छा कर रहा है और कोई लक्षण नहीं है।

Video On Anal Fissure

Anal fissure का होम्योपैथिक दवा

Nitric acid 30 – यह Anal fissure की सबसे अच्छी मेडिसिन है। इसमें गुदाद्वार में बहुत ज्यादा दर्द और काटने-फटने जैसा महसूस होता है। अगर आपको जलन और काटने जैसा दर्द हो रहा है तो Nitric acid 30 पोटेंसी की दो बून्द दिन में तीन बार जीभ पर टपकाना है। Anal fissure में इस दवा के रिजल्ट बहुत ही अच्छे प्राप्त होंगे।

Ratanhia Peruviana 30 – लम्बे समय से अगर Anal fissure की समस्या है तो इस दवा का स्मरण अवश्य करें। इसमें ऐसा महसूस होता है जैसे किसी ने मलद्वार में चाकू चला दिया हो। ऐसे में इस दवा की 30 पोटेंसी की दो बून्द को दिन में तीन बार जीभ पर टपकाना है।

Paeonia Officinalis Q – यह मेडिसिन भी Anal fissure में बहुत अच्छा काम करती है खासकर तब जब fissure से खून निकलता हो। इस मेडिसिन के मदर टिंचर की 20 बून्द को आधे कप पानी में डालकर दिन में 3 बार लें।

Hamamelis Q – अगर मल त्यागने के दौरान खून ज्यादा निकलता हो तो इस मेडिसिन के मदर टिंचर की 20 बून्द को आधे कप पानी में डालकर दिन में 3 बार लें। खून निकलना बंद होने पर इस दवा का सेवन भी बंद कर दें।

Mangifera indica 30 – यह Anal fissure की बहुत ही उत्तम मेडिसिन है। कैसी भी जलन, चुभन, दर्द में यह दवा बहुत अच्छा काम करता है। अगर किसी दवा से आराम न हो तो इस दवा का उपयोग अवश्य करके देखें। इस दवा की 30 पोटेंसी की दो बून्द दिन में 3 बार जीभ पर टपकना है।

Medisynth Pilen Drops – अगर Anal fissure के केस में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा हो तो इस दवा की 20 बून्द को आधे कप पानी में डाल कर हर एक घंटे के अंतर से लें। दर्द तुरंत ठीक हो जायेगा। दर्द ठीक होते ही इस दवा को बंद कर दें और ऊपर के दवा को अपने लक्षण के अनुसार लें।

नोट – यहाँ मैं एक बार फिर से कैसे और कौन सी दवा लेनी है बता रहा हूँ। सुबह उठते ही Sulphur 30 की दो बून्द जीभ पे टपका लें – याद रखें इसे दिन में सिर्फ एक बार लेना है। उसके 15 मिनट के बाद Nitric acid 30 की दो बून्द जीभ पे टपका लें – याद रखें इसे दिन में 3 बार लेना है। उसके 15 मिनट बाद Ratanhia Peruviana 30 की दो बून्द जीभ पे टपका लें – याद रखें इसे भी दिन में 3 बार लेना है। उसके 15 मिनट के बाद Paeonia Officinalis Q की 10 बून्द आधे कप पानी में मिलाकर दिन में 3 बार लेना है। रात में सोने से पहले Nux Vom 30 की दो बून्द जीभ पे टपका लें। इन दवाओं को कुछ दिन इस्तेमाल करें और अगर लाभ न मिले तब Mangifera indica 30 का उपयोग करें।

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