Homeopathic Medicines for Mumps

865

सामान्तयः इस रोग को कनसुआ या गलसुआ भी कहते हैं। इस रोग में कर्ण मूल से लेकर गले तक के भाग में सूजन और जकड़न आ जाती है। इस स्थान पर तीव्र दर्द होता है और कभी कभी रोगी को बुखार भी आ जाता है। रोग बढ़ने पर सूजन का स्थान गरम हो जाता है, ग्रन्थियाँ सूज जाती है और रोगी अपने गर्दन भी नहीं घुमा पता।

एक़ोनाइट 3x – कर्णमूल-प्रदाह की प्रथमावस्था, प्यास, बेचैनी, बुखार आदि लक्षणों में उपयोगी है। विशेषकर सर्दी लगने के कारण रोग हुआ तो अति लाभप्रद है।

रस टॉक्स 30 – बाँयें ओर सूजन हो, लाली हो, तेज़ दर्द हो, दर्द बरसात में या ठण्डी हवा लगने से बढ़ जाता हो तो देनी चाहिये ।

पढ़ें रस टॉक्स के होम्योपैथिक उपयोग के बारे में

मर्क बिन आयोड 3x – रोग की प्रथमावस्था बीत जाने के बाद, जब बुखार कम हो जाये, लार अधिक बहे तो लाभ करती है। यह इस रोग की सर्वोत्तम औषध है – ऐसा अनेक चिकित्सकों का कहना है।

बेलाडोना 30 – दाहिना गाल सूजा हो, लाली हो, टनक जैसा दर्द हो, रोग का प्रभाव मस्तिष्क पर भी पड़े, रोगी प्रलाप करता हो तो देनी चाहिये ।

कार्बो वेज 3x – सूजन और गाँठ पत्थर जैसी कड़ी हो गई तो इसका प्रयोग लाभप्रद होगा।

पढ़ें कार्बो वेज के होम्योपैथिक उपयोग के बारे में

सल्फर 30 – यदि सूजन व गाँठ में मवाद पड़ने का भय हो तो यह दवा लाभप्रद है।

हिपर सल्फर 30 – यदि सूजन व गाँठ में मवाद पड़ चुका हो तो इस दवा को देने से मवाद पूर्णतः निकलकर आक्रांत स्थान सूख जाता है।

फाइटोलक्का 1x, 30 – यह दवा रोग की समस्त अवस्थाओं में लाभप्रद है ।

जानें मोटापा दूर करने के घरेलू उपाय के बारे में

Ask A Doctor

किसी भी रोग को ठीक करने के लिए आप हमारे सुयोग्य होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर का consultancy fee 200 रूपए है। Fee के भुगतान करने के बाद आपसे रोग और उसके लक्षण के बारे में पुछा जायेगा और उसके आधार पर आपको दवा का नाम और दवा लेने की विधि बताई जाएगी। पेमेंट आप Paytm या डेबिट कार्ड से कर सकते हैं। इसके लिए आप इस व्हाट्सएप्प नंबर पे सम्पर्क करें - +919006242658 सम्पूर्ण जानकारी के लिए लिंक पे क्लिक करें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें