ऐक्टिया स्पाइकेटा ( actaea spicata in hindi ) – वात की होम्योपैथिक दवा

2,513

यह स्पेन आदि स्थानों के एक प्रकार के पौधे की जड़ या सोर का टिंचर है। यह साधारणतः छोटी-छोटी सन्धियों – जैसे हाथ की कलाई, अँगुलियों की गांठें, एड़ी इत्यादि में वात के दर्द ( sub acute rheumatic pain of the small joints, especially useful when sour stomach is present अर्थात क्षुद्र सन्धियों के नवीन वात के दर्द में खासकर जब अम्ल का रोग भी हो तो अत्यंत उपयोगी है ) की महौषधि है ; कलाई और अङ्कलियों के जोड़ों में सूजन, दर्द, स्पर्श असहनीय होता है और रात में वृद्धि होती है। वात में प्रायः कोलोफाइलम और एपोसाइनम एड्रोसि के सदृश दवा है।

मुँह की बीमारी – इसमें ऊपरी जबड़े में एक तरह का तेज कष्टदायक दर्द होता है, जो दाँत से आरम्भ होकर गंडास्थि के बीच से होता हुआ कनपटी तक चला जाता है, ऐसे दर्द में इससे फायदा होता है।

वात – इसमें निम्नांग फूल जाता है, दर्द होता है, घुटनो में बहुत कमजोरी मालूम होती है। हाथ में पक्षाघात की तरह कमजोरी और दर्द रहता है फार्मिका रूफा और स्टेलारिया भी वात और गठिया की उत्तम दवा है।

सुस्ती – बोलते, खाते और चलते फिरते काफी सुस्ती महसूस होती है।

पाकस्थली – वमन के साथ तलपेट में शूल का दर्द और उससे श्वासकष्ट पैदा होता है।

सम्बन्ध (Relations) – ऐकोन, कालो, सिमिसि और लिडम के साथ तुलना कीजिए।

शक्ति – 3

 

Ask A Doctor

किसी भी रोग को ठीक करने के लिए आप हमारे सुयोग्य होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर का consultancy fee 200 रूपए है। Fee के भुगतान करने के बाद आपसे रोग और उसके लक्षण के बारे में पुछा जायेगा और उसके आधार पर आपको दवा का नाम और दवा लेने की विधि बताई जाएगी। पेमेंट आप Paytm या डेबिट कार्ड से कर सकते हैं। इसके लिए आप इस व्हाट्सएप्प नंबर पे सम्पर्क करें - +919006242658 सम्पूर्ण जानकारी के लिए लिंक पे क्लिक करें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें