Materia Medica In Hindi – मैटेरिया मेडिका 2

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(21) Aurum Met.30, 200 – आत्मघात की प्रबल प्रवृति; हाई ब्लड प्रेशर में उच्च-शक्ति; सिफिलिस में 2x, 3x आदि। हाई ब्लड़ प्रेशर में फैगोपाइरम 3, 12x से भी लाभ होता है। डा० बर्नेट कहते हैं कि 2x ऑरम हृदय-रोग के लिये ठीक होता है।

(22) Bacillinum (Tuberculinum), 200 – क्षय रोग, अगर परिवार में क्षय रोग का इतिहास हो; टांसिल में 1M की एक मात्रा काफी है।

(23) Baryta carb 30 – बच्चे की शारीरिक तथा मानसिक बढ़न न होना-मूर्खता; बुढ़ापे के रोग। टांसिल की प्रवृत्ति को रोकने के लिये 30 या 200 शक्ति दो ।

(24) Belladonna 3, 6, 30, 200, 1 M – तेज बुखार, सिर दर्द, प्रचंड पागलपन; ऐंठन; बच्चों के अनेक रोगों की औषधि। ‘तरुण’ (एक्यूट) रोगों में इसे एकोनाइट की तरह दोहराना चाहिये।

(25) Berberis vulgaris Tincture, 6 – पित्त पथरी, पथरी से दर्द। टिंचर से लाभ होता है। गुर्दे या मूत्राशय की पथरी में हाइड्रेन्जिया का टिंचर दो। पथरी की प्रवृत्ति रोकने लिये चायना 30 महीने भर दो।

(26) Borax 3 विचूर्ण,30 – मुंह के छाले; बच्चों के मुंह के छालों के साथ पेट-दर्द और दस्त; स्त्रियों में श्वेत प्रदर; बांझपन; बच्चों के किसी रोग मे नीचे के गति से भय, उसका पालने में डालते समय भयभीत होकर चिल्लाने लगना। गला बैठ जाय तो चने बराबर सुहागा (बोरैक्स) मुंह में घुल जाने पर जादू के तौर पर गला खुल जाता है।

(27) Bryonia alba 12, 30, 200, 1M – खुश्क खांसी; छाती में सांस लेने से भी दर्द, जोड़ों में जरा भी हिलने से दर्द, सिर में जरा भी हिलने से दर्द बढ़ना; हरकत से रोग बढ़ना; टाइफ़ॉयड जब कब्ज से शुरू हो (अगर दस्तों से शुरू हो तो रस टॉक्स); कब्ज़ में निम्न-शक्ति नहीं देनी चाहिये, 30 या 200 दें: शिकायत वाली करवट लेटने से आराम।

(28) Cactus 3,30 – हृदय को मानो कोई लोहे के शिकंजे से कस रहा है; लक्षणों का बार-बार निश्चित समय पर होना (Periodicity) – बुखार आदि में; लो ब्लड प्रेशर; एन्जाइना पैक्टोरिस में 6x से लाभ होगा।

(29) Calcarea carb 30, 200, 1M – पांवों में ठंडी, भीगी जुराब पहने-रहने का-सा अनुभव; शीत-प्रकृति का व्यक्ति ठंडे कमरे में जाने पर भी सिर तथा पैरों में पसीजता है; थुल-थुल बच्चों में लाइम की कमी के कारण हड्डियों में कमजोरी; गर्दन आदि के ग्लैंड्स का कड़ापन; क्षय की प्रवृति। वृद्ध लोगों में कई बार दोहराना ठीक नहीं। गले में पंखे लगने के-से अनुभव से लगातार खुरखुराहट वाली खांसी।

(30) Calcarea fluor 3x, 12x – एडोनॉयड; मोतियाबिन्द; कहीं भी कड़ापन। प्रभाव प्रकट होने में समय लगता है, बहुत बार दोहराना ठीक नहीं।

(31) Calcarea phos 30, 200 – बच्चों की बढ़न के समय की दवा; बढ़न के समय के दर्द (Growing pains); दांत निकलने में 6x सहायक है।

(32) Camphora 1x, 3 – जुकाम की शुरुआत में जब ठंड लगे, छींके आयें; हैजे में जब शरीर बिल्कुल ठंडा पड़ जाय; अत्यन्त लो ब्लड प्रेशर (लो ब्लड प्रेशर में थाइरोडिनम भी लाभप्रद है); संकट के समय हृदय की उत्तेजना देता है; अन्तिम अवस्था के लक्षण; टिंचर देने से बन्द पेशाब खुल जाता है। इसे दोहराना पड़ता है।

(33) Cannabis sativa 3, 30 – तुतलाने में 30 शक्ति; गोनोरिया में C.M. की मात्रा देने से लाभ होता है लेकिन 4-5 दिन बाद असर होता है। C.M. शक्ति से लाभ न हो तो टिंचर दो।

(34) Cantharis Q, 6, 30, 200 – पेशाब में सख्त जलन; प्रोस्टेट की जलन; छालों में जलन; इसे दोहराया जा सकता है। जल जाने या एग्जीमा की जलन में पानी में 1x या 2x घोल कर लगाते हैं। इस का घोल हर घर में रहना चाहिये। जलने पर पहली चीज इसी का दस-दस मिनट बाद रूई में भिगों कर उपयोग होना चाहिये, छले नहीं पड़ते, त्वचा ठीक-से आती है, दर्द तत्काल जाता रहता है।

(35) Carbo veg 30, 200 – डकार; पेट के ऊपरी भाग में हवा; कार्बोवेज 1x और पपीते के बीजों का 1x मिलाकर 1 या 2 ग्रेन देने से बदहजमी नहीं रहती; मरने से पहले C.M. देने से बुखार आकर रोगी अच्छा हो जाता है या शान्ति से मरता है।

(36) Causticum 30, 200, 1M – लकवा मार जाना; पेशाब स्वयं निकल जाना। लकवे की हालत में 200 या 1000 शक्ति सप्ताह या दो सप्ताह में एक बार दी जा सकती है। बरसात या ठंड में गठिये में आराम मिलता हो तो इस से लाभ होता है। चेहरे पर मस्से में लाभ देता है।

(37) Chamomilla 12, 30 – बच्चों के दाँत निकलते समय के रोग-मसूड़े फूलना, लार बहना, हरे-पीले दस्त, चिड़चिड़ा स्वभाव; क्रोध से होनेवाले रोग।

(38) Chelidonium Q, 3x, 30, 200 – जिगर के रोग। प्राय: निम्न-शक्ति दी जाती है। दायें अस्थि-फलक के नीचे दर्द (बायें अस्थि-फलक के नीचे के दर्द में चेनोपोडी ग्लाउसी एफिस लाभ करता है)

(39) Chelone Q – पेट में किसी प्रकार के भी कीड़ों को नष्ट करता है। टिंचर की 5 बूंद पानी में दो-तीन बार दें।

(40) China 30, 200 – रात के पसीने; खून या वीर्य जाने से कमजोरी; किसी भी रोग का 1, 2, 7 या 15 दिन बाद बढ़ना; समूचा पेट फूल उठना-सार पेट में वायु भर जाना; जीवित कृमियों की उल्टी के स्वप्न; पथरी बनने की प्रवृत्ति को रोकता है – 30 शक्ति की एक मात्रा महीना भर दें।

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2 Comments
  1. Ramprasad says

    Pet me gudgudahat.susti.pet saaf nahi hona.prt me uper right dard .

    1. Dr G.P.Singh says

      Don’t be dis hearten. Every thing is possible in this world if you try patiently. you write to us your problem as we want for facilitating in the direction of selection of medicine to be beneficial for you. For this either you try to write us in detail (ie details of your disease, your ht. your colour your age,effect of coldness and heat, hurydness, fear, anger,sensitivity etc. or try to meet the doctor at Patna. For immediate relief you may try Lycopodium 200 in morning, Antim Crud 30 in evening and Nux Vomica 30 at bed time daily. May God bless you.

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