सर्दी जुकाम की होम्योपैथिक दवा [ Sardi Jukam Ka Homeopathic Treatment In Hindi ]

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सर्दी जुकाम की होम्योपैथिक दवा

सर्दियों में जो बीमारी सबसे अधिक आम है वह है सर्दी-खांसी। यह बीमारी सबसे अधिक बच्चो को होती है ठण्ड के मौसम में। ऐसे वक्त में सर्दी, खांसी, साँस लेने में समस्या आम बात है। ऐसे मौसम में जिन बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है वह है:-

  1. सर्दी के मौसम में कोशिश करे अधिक से अधिक गर्म रहने की, गर्म कपड़े अधिक पहने ताकि सर्दी लगने की संभावना कम हो जाये।
  2. सुबह-सुबह दो गिलास गुनगुना पानी पिए, ऐसे मौसम में देखा जाता है की कब्जियत की समस्या काफी अधिक हो जाती है तो ऐसे में गुनगुना पानी सुबह पीने से ये समस्या नहीं होती है। इसके साथ ही गुनगुना पानी पीने से शरीर में गर्माहट भी आती है।
  3. खाना खाने से पहले हाथ अच्छे से धोये ताकि बैक्टीरिया शरीर में न जाये और सर्दी खांसी की संभावना कम रहे।

इस पोस्ट में हम बार-बार सर्दी जुकाम को कैसे होम्योपैथिक दवा से ठीक किया गया, उसी के बारे में चर्चा करेंगे।

2 साल का एक बच्चा नाक बहने, पानी जैसा स्राव होने के साथ सर्दी की शिकायत लेकर आया, उसे बार-बार ऐसी समस्या हो जाती है। रात में और खाने के समय रुक-रुक कर खांसी होती है। सांस फूलना, साथ में एक बार नेबुलाइजेशन लेना पड़ता है, उसके सीने में घरघराहट की आवाज भी आती है।  कठोर मल के साथ कब्ज रहता है। गैस बनती है। कभी-कभी छाती में जमाव के साथ नाक बंद हो जाती है।

बच्चा बहुत hyperactive है और बेचैन है। एक जगह बैठ नहीं सकता। उसे अंगूठा चूसने और खिलौने मुंह में लेने की आदत है। आसपास की हर चीज़ को छूना चाहता है।

गर्भावस्था के दौरान माँ का इतिहास पूछने पर पता लगा कि :- गर्भावस्था के दौरान माँ पहले 3 महीनों तक पूरी तरह से बिस्तर पर आराम पर थी। उसे बहुत उल्टियाँ होती हैं। वह अत्यधिक गैस्ट्राइटिस के हमलों से पीड़ित थी।

बच्चे को अच्छी नींद आती है लेकिन रात में जाग जाता है और रोता है। प्रकाश के प्रति अत्यधिक संवेदनशील और अंधरा चाहता है।

मानसिक लक्षण देखें तो :-

• बेचैन है, बच्चा एक स्थान पर नहीं बैठ सकता
• hyperactive
• गाने सुनने और डांस का शौक
• जिद्दी है, किसी भी चीज के लिए मना करने पर रोता है और चीजें फेंक देता है।
• कितना भी नहा लो साफ़ नहीं दीखता, शरीर से बदबू भी आती है।

रुब्रिक तैयार करने में हम पाते हैं :-

• लगातार 2-3 बार पैरॉक्सिस्मल खांसी
• गर्मी से तकलीफ बढ़ता है
• मुंह में उंगली डालना
• चीजों को छूना चाहता है
• अतिसक्रिय
• जिज्ञासु
• रात में समस्या बढ़ती है
• कितना भी नहा लो साफ़ नहीं दीखता, शरीर से बदबू भी आती है।

दवा जो निकल कर आया वो था Sulphur, Sulphur 30 की 2 बून्द 3 दिन रोजाना एक बार मैंने देने की सलाह दी।

एक सप्ताह के भीतर बच्चा काफी बेहतर हो गया। सर्दी-खाँसी बिल्कुल ख़त्म हो गई थी। सांस फूलना और घरघराहट नहीं थी। बच्चा बहुत ऊर्जावान महसूस कर रहा था। माँ परिणाम से बहुत खुश थी।

Sulphur के शारीरिक लक्षण – इस रोगी का एक शारीरिक रूप है जिसे देखकर झट से सल्फर का रोगी पहचाना जा सकता है। वह देखने में मैला-कुचैला होता है बाल बिखरे हुए, न जाने कब से कंघी नहीं की। चेहरा इसका लाल होता है, जरा-सी बात पर चेहरे पर लाली आ जाती है, हर मौसम का प्रभाव चेहरे पर नजर आता है। चेहरा हर समय मैला दीखता है, कितना भी वह नहाये-धोये मैलापन उस से नहीं छूटता।

अगर रोगी बच्चा है, तो माँ चाहे उसे कितनी बार नहलाये, ऐसा गलता है कि वह कभी नहाया ही नहीं। बच्चे इतने गन्दे होते हैं कि नाक का मल होंठो पर आते ही मना करने पर भी उसे चाट जाते हैं।

इस दवा में रोग के लक्षणों का रात को बढ़ना विशेष रूप से पाया जाता है। रात को सांस रुकने का दौरा पड़ता है। सोते-सोते रोगी एकदम पूरा जाग उठता है। सब प्रकार के दर्द रात को हुआ करते या बढ़ा करते हैं, रात को प्यास सताती है।

रोगी बिस्तर में लेटता है कि खुजली शुरू हो जाती है। रात को लक्षणों का प्रकट होना या बढ़ जाना इसका व्यापक-लक्षण है।

कैसे बार बार सर्दी जुकाम की समस्या होम्योपैथिक दवा से ठीक हुई उसपर बनाया गया वीडियो अवश्य देखें

होम्योपैथी दवाईयाँ सर्दियों में सर्दी-खांसी से बचाव के लिए

Echinacea Q :- यह दवाई डॉ. रेकवेग की जर्मनी की दवाई है। यह दवाई शरीर में इम्यून पावर को बढाती है और बच्चो में खासतौर पर यह असर करती है। सर्दियों में जिन्हे ठण्ड लग जाती है उसके लिए यह दवाई बहुत फायदेमंद है। इसकी 10 बून्द आधे कप पानी में डाल कर लेना है। यह दवाई आपको ठण्ड लगने से बचाएगी।

Aconite 30 CH :- अगर ठंड के मौसम में बाहर निकलने से अचानक सर्दी हो जाये, नाक बहने लगे तो यह दवाई बहुत ही लाभदायक है। अगर बच्चो को सर्दी हो गई है तो एक बून्द दिन में तीन से चार बार पिलाये और बड़ो को यह दवाई दो बून्द लेनी है दिन में तीन से चार बार। यह दवाई पीते ही अपना असर दिखाती है।

Kali bichromicum 30 CH और Allium Cepa 30 CH :- अगर आपको ठण्ड के कारण छीके आ रही है तो यह दवाई बहुत ही असरदार है। इसकी दो-दो बून्द दिन में तीन बार लेनी है और बच्चो को इसकी एक-एक बून्द ही पिलानी है। यह दोनों ही दवाई बहुत ही असरदार है नाक बहने और छीकों के लिए।

Biochemic Combination no 5 :- यह दवाई सर्दी के लिए बहुत ही असरदार दवाई है आप चाहो तो इसका प्रयोग भी कर सकते हो सर्दी-जुकाम के लिए। यह दवाई सर्दी के लिए असरदार है। इसकी तीन-तीन गोली दिन में तीन बार आधे कप गुनगुने पानी में मिला कर देना है बच्चो को और बड़ो को इसकी 6 गोली लेनी है।

Ipecac 30 CH :- यह दवाई बहुत ही असरदार है Cough के लिए। अगर आपको सर्दी की वजह से कफ की समस्या हो गई है तो यह दवाई उसे निकालने के लिए लाभदायक है। यह दवाई बच्चो और बड़ो दोनों के लिए लाभदायक है। अगर बच्चो को यह समस्या हुई है तो उन्हें 6 ch में यह दवाई दो-दो बून्द दिन में तीन बार देना है। अगर बड़ो को कफ की समस्या है तो 30 ch में दो बून्द दिन में तीन बार दे।

Antium Tart 30 CH :- यह दवाई बहुत ही असरदार है कफ जमने की समस्या में, अगर गले से घरघराहट की आवाज आती है और बच्चो को यह समस्या अधिक होती है तो यह दवाई लेनी है। बड़ो को दो बून्द दिन में तीन बार लेना है 30 ch में और बच्चो को 6 ch में देना है।

Biochemic combination no 6 :- यह दवाई खांसी के लिए ही बनाई गई है और बहुत ही लाभदायक है। इसकी तीन-तीन गोली दिन में तीन बार गुनगुने पानी में मिला कर बच्चो को देना है और बड़ो को इसकी छः-छः गोली लेनी है।

Wheezal Mixture Syrup :- यह दवाई बहुत ही असरदार है कफ की समस्या के लिए। यह हर तरह के कफ के लिए लाभदायक है। बच्चो को यह दवाई 3-5 ml दिन में तीन बार देना है और बड़ो को यह दवाई 10 ml दिन में तीन बार लेनी है।

Allium Cepa 30 – यह दवा पराग कड़ों आदि से होने वाले एलर्जी के कारण उत्पन्न होने वाले जुकाम के लिए प्रभावी है, जिसमें अत्यधिक छींके आती हैं और प्रचुर मात्रा में पतला, पनीला स्राव होता है। इसके साथ ही, सर्दी, जुकाम के साथ खांसी और सिरदर्द भी हो सकता है।

Ammonium Carb 30 – नाक से तेज जलन वाला पानी का स्राव होता है। रात में नाक बंद हो जाता है। यह पुराने सर्दी-जुकाम में उपयोगी है।

Argentum nitricum 30 – इसमें जुकाम के साथ ठंड लगना, आंसू बहना और सिरदर्द होता है। मीठा खाने की इच्छा रहती है।

Arsenic Album 30 – सर्दी-जुकाम पुराना हो जाने पर बहुत लाभदायक है। पतला पानी जैसा स्राव जो गर्म और छिलने वाला होता है। नाक बंद महसूस होती है। छींकों से भी कोई राहत नहीं मिलती है। गर्म पानी पीना रोगी को पसंद आता है। ठंडी हवा से समस्या बढ़ती है।

Arum Triph 30 – तेज, त्वचा को छीलने वाला स्राव होता है। नथुनों में दुखन होती है। नाक में रुकावट, जिसके कारण मुंह से सांस लेनी पड़ती है। नथुनों में खुजली और स्राव खून मिला भी हो सकता है।

Arundo 30 – जुकाम, नथूनों में जलन व खुजली बहुत मचती है। पराग से एलर्जी के कारण सर्दी-जुकाम और छीकें आने पर उपयोगी दवा है।

Bacillinum 200 – रोगी में सर्दी के प्रति प्रतिरोधक शक्ति कम होती है । वह अक्सर सर्दी-जुकाम ग्रस्त होता रहता है। ऐसे में हफ्ते में 1 बार इसे अवश्य लें।

Belladonna 30 – जुकाम, बलगम में खून मिला हुआ होता है। नाक का अगला भाग लाल और सूजन रहता है और साथ में खांसी भी हो सकती है। खांसी होने से पहले गले में चुनचुनाहट होती है, सुखी खांसी होती है तथा रात में अधिक बढ़ जाती है । रोगी बलगम को निगलने की कोशिश करता है।

Calcarea carb 30 – रोगी को जल्दी ही सर्दी लग जाती है खासकर मौसम के प्रत्येक बदलाव पर उसके नथुने शुष्क, पीड़ायुक्त और व्रणयुक्त होते हैं। नाक बंद होती है तथा स्राव पीला व बदबूदार होता है।

Calcarea Sulph 30 – इस रोगी के सिर में सर्दी का जमा होता है, साथ ही गाढ़ा, पीला बलगम आता है, जिसमें अक्सर खून मिला होता है। एक नाक से ज्यादा पीला, गाढ़ा, त्वचा को छीलने वाला और अधिक मात्रा में स्राव होता है।

Dulcamara 30 – बरसात के मौसम के दौरान या जब दिन गर्म होते हैं और रातें ठण्डे होती हैं, तो सर्दी-जुकाम का सामना करना सामान्य है। इसमें नवजात शिशुओं को भी सर्दी का सामना करना पड़ता है। ऐसे मौसम के सर्दी में यह लाभदायक है।

Eucalyptus 30 – पतला, पानी जैसा और बदबूदार सर्दी-जुकाम में उपयोगी दवा है। नाक का पानी रूकता नहीं है, यहां तक कि सिर को आगे की ओर झुकाने से भी पानी निकलता है।

Euphrasia 30 – बुरी तरह सर्दी लग जाने के साथ आँखों से पानी बहने पर उपयोगी है, इसका पानी किसी तरह का जलन पैदा नही करता।

Ferrum Phos 6x – इसमें सर्दी-जुकाम के साथ सिर में भारीपन भी रहता है।

Hepar Sulphur 30 – इसमें छीक के साथ बहुत बलगम होता है रोगी जैसे ही वह खुली हवा में जाता है छींके शुरु हो जाती हैं।

Iodium 30 – गाढ़े व पीले रंग के स्राव वाला सर्दी-जुकाम । इसके रोगी को ठण्ड बहुत लगती है।

Ipecacuanha 30 – सर्दी-जुकाम के साथ नाक बंद और उलटी जैसी महसूस होती है।

Kali Bich 30 – बच्चों की नाक से हमेशा पानी निकलता है। नाक भारी अनुभव होता है। खींचने वाला बलगम निकलता है, जो धागे की तरह खींच जाता है। यह दवा विशेष रूप से मोटे और हल्के रंग वाले व्यक्तियों में अच्छा काम करता है। बार-बार छींके भी रह सकती हैं।

Lemna Minor 30 – बहुत अधिक स्राव व बदबू रहना । नाक बन्द हो जाती है ।

Lycopodium 30 – जुकाम प्रवाही होता है। नथुनों में घाव हो सकता है, नाक बंद हो जाती है।

Merc Sol 30 – तीखा और बहुत गाढ़ा, हरा स्राव, जिसके लिए बार-बार नाक साफ करनी पड़ती है। धूप में छींके आती है। सीलन भरे मौसम में समस्या बढ़ जाता है।

Natrum Mur 200 – ऐसा जुकाम जिसमें 2-3 दिन के बाद नाक बंद हो जाती है और रोगी को मुंह के जरिए सांस लेनी पड़ती है। इस दवा को यदि छींकों की शुरूआत होते ही दे दिया जाए तो स्थिति को बदतर बनने से रोका जा सकता है।

Natrum Sulph 6x – नाक भरी हुई । पीले-हरे, वाली खांसी होती है । बदबूदार बलगम होता है।

Nux Vomica 30 – सर्दी जुकाम, छींके बारबार आती हैं और रात में नाक बंद हो जाती है। नवजात शिशुओं की नाक से सतत पानी बहता रहता है। खुली वायु में राहत मिलती है।

Ocimum Sanctum 30 ‍- जुकाम के साथ छींके व नाक से सफेद या पीला स्राव होता है। आँख में जलन के साथ आँसू भी आते हैं।

नोट :- ऊपर की दवाइयों को लक्षणों के हिसाब से लेना है, अगर आपको सिर्फ सर्दी है और खांसी या कफ नहीं है तो केवल सर्दी की दवाई ही लें। यह सभी दवाईयाँ आपको होम्योपैथी दूकान पर आसानी से मिल जाएंगी।

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किसी भी रोग को ठीक करने के लिए आप हमारे सुयोग्य होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर का consultancy fee 200 रूपए है। Fee के भुगतान करने के बाद आपसे रोग और उसके लक्षण के बारे में पुछा जायेगा और उसके आधार पर आपको दवा का नाम और दवा लेने की विधि बताई जाएगी। पेमेंट आप Paytm या डेबिट कार्ड से कर सकते हैं। इसके लिए आप इस व्हाट्सएप्प नंबर पे सम्पर्क करें - +919006242658 सम्पूर्ण जानकारी के लिए लिंक पे क्लिक करें।

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