Bronchitis Treatment In Homeopathy

936

श्वासनली और वायु-नली, जो फेफड़ों को जाती हैं, के प्रदाह का नाम ही ब्रोंकाइटिस है । इसमें इन नलियों के चारों ओर कफ जकड़कर बैठ जाता है। पहले सूखी खाँसी आती है जो बाद में तर हो जाती है जिसके साथ पीला कफ आता है । जीभ पर मैल की परत जम जाती है, गले में घरघराहट होती है, साँस लेने में कष्ट होता है। ठण्डा पसीना, बुखार, आलस्य, सिरदर्द आदि लक्षण भी प्रकट होते हैं । यह रोग मूलतः ठण्ड लग जाने के कारण होता है। साथ ही, फ्लू, खसरा, चेचक, टाइफाइड, डिफ्थीरिया आदि के साथ भी हो सकता है ।

बैलसमम पेरुवियेनम 1x,2x- ब्रोंकाइटिस में मवादी गाढ़ा कफ निकलने की उत्तम दवा है । छाती में घरघराहट, बुखार, रात को पसीना आना आदि में लाभप्रद है । पुराने ब्रोंकाइटिस में विशेष लाभकारी है ।

स्टैनम मेट 30, 200– हँसने-रोने से खाँसी आये, शाम से आधी रात तक तेज खाँसी, दिन में हरी आभा का कफ निकले, छाती में तेज दर्द, छाती में बाँयी ओर सुई चुभने जैसा दर्द जिससे रोगी बाँई करवट सी भी न सके, रोगी कमजोर यहाँ तक कि बोल भी न पाये ती देनी चाहिये ।

फॉस्फोरस 30, 200– स्वरयंत्र में भयानक दर्द, रोगी को काम करने में तकलीफ हो, छाती गरम मालूम हो, श्वास लेने में कष्ट हो, खाँसी की धमक से शरीर कॉप जायें, सोने में सॉय-सॉय की आवाज आये तो देवें ।

एण्टिम टार्ट 3x, 30- गले में खरखराहट की आवाज, खाँसते-खाँसते निस्तब्ध पड़ा रहे, छाती में सुई चुभने जैसा दर्द आदि लक्षणों में दें । ।

सैगुनेरिया केन 30, 200– ब्रोंकाइटिस के साथ सूखी खाँसी, छाती में रहना चाहे ती देनी चाहिये । ब्रोंकाइटिस रोग में खाँसी में बताई गई प्रत्येक दवा लक्षणानुसार प्रयोग की जा सकती है ।

Ask A Doctor

किसी भी रोग को ठीक करने के लिए आप हमारे सुयोग्य होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर का consultancy fee 200 रूपए है। Fee के भुगतान करने के बाद आपसे रोग और उसके लक्षण के बारे में पुछा जायेगा और उसके आधार पर आपको दवा का नाम और दवा लेने की विधि बताई जाएगी। पेमेंट आप Paytm या डेबिट कार्ड से कर सकते हैं। इसके लिए आप इस व्हाट्सएप्प नंबर पे सम्पर्क करें - +919006242658 सम्पूर्ण जानकारी के लिए लिंक पे क्लिक करें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें