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Women Diseases

गर्भावस्था में बार बार पेशाब जाने का उपचार

गर्भावस्था में - पेशाब में दर्द होना, बार-बार आना तथा एल्ब्यूमिन आना आदि मूत्राशय के कष्टों में निम्नलिखित औषधियों का लक्षणानुसार प्रयोग करें :-बेलाडोना 30 - दिन में पेशाब का…

गर्भावस्था में कमर और पीठ दर्द [ Backache During Pregnancy ]

गर्भावस्था में कमर में दर्द अथवा भार का अनुभव होने पर लक्षणानुसार निम्नलिखित औषधियों का प्रयोग करें :-कालि-कार्ब 30, 1M - कमर में तीव्र दर्द, कमर का अकड़ जाना, भीतर के सम्पूर्ण…

बार-बार गर्भपात का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Remedies For Abortion In Hindi ]

विवरण - गर्भ-स्थिति के समय दो मास तक के भ्रूण के निकल जाने को 'गर्भस्राव' तथा इससे अधिक 6 मास तक के गर्भस्थ-शिशु के निकल जाने को 'गर्भपात' कहते हैं । सातवें महीने के पूर्व तक शिशु…

सभी प्रकार के मासिक धर्म की समस्या का इलाज

ऋतुधर्म सम्बन्धी अन्य प्रमुख उपसर्गों के लिए हितकर औषधियों के विषय में निम्नानुसार समझना चाहिए :- रज:स्त्राव में समस्या का होम्योपैथिक दवा (1) अत्यधिक मात्रा में, ढेले-ढेले जैसा…

मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव (मेनोरेजिया) होम्योपैथिक इलाज

विवरण – ऋतुस्राव के समय अधिक परिमाण में खून निकलना, ऋतुस्राव का अधिक दिनों तक होते रहना, सप्ताह में दो अथवा इससे अधिक बार ऋतुस्राव होना-ये सभी लक्षण ‘अति रजः’ के हैं । जरायुग्रीवा…

अनियमित मासिक धर्म का होम्योपैथिक इलाज [ Irregular Menstruation Homeopathic Treatment ]

ऋतुस्राव या मासिक के निश्चित समय में गड़बड़ी, दो-तीन महीने के लिए रज:स्राव बन्द हो जाना, फिर अचानक ही बहुत परिमाण में होना, 10-15 दिनों तक थोड़ा-थोड़ा स्राव होते रहना अथवा…

हरित रोग का इलाज [ Homeopathic Medicine For Chlorosis ]

विवरण – यह बीमारी रक्तहीनता (Anaemia) की ही एक किस्म है । इसमें रक्त में लाल कणों की कमी हो जाती है । यह रोग मासिक-धर्म आरम्भ होने की आयु में प्राय: नवयुवतियों में ही अधिक पाया…

मासिक धर्म ( पीरियड ) का बंद हो जाना होम्योपैथिक इलाज

विवरण – अधिक बर्फ का सेवन, सर्दी लगना, पानी में भींगना, सहवास-दोष, आलस्य, रक्ताल्पता, अधिक भ्रमण अथवा अचानक ही भय, शोक, दुःख, क्रोध आदि का शिकार हो जाने पर कभी-कभी रज:स्राव आरम्भ…

प्रथम पीरियड ( मासिक-धर्म ) में देरी का होम्योपैथिक इलाज

विवरण – मासिक-धर्म, रजःस्राव, ऋतुस्राव, महावारी, महीना होना, मासिक स्राव, ऋतुधर्म-ये सब एक दूसरे के पर्यायवाची शब्द हैं । हमारे देश में प्राय: 12 से 13 वर्ष की आयु में लड़कियों को…

जरायु ( गर्भाशय ) के अपने स्थान से हट जाना [ Displacement of the Uterus ]

विवरण – जरायु के अपने स्थान से हट जाने को ‘जरायु की स्थान-च्युति’ कहते हैं। यह दो प्रकार का होता है – (1) जरायु का आगे की ओर झुक जाना तथा (2) पीछे की ओर झुक जाना। पहली प्रकार की…
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