इनथोरा बियेनिस [ Oenothera Biennis Medicinal Uses In Hindi ]

743

[ ताजा वृक्ष से मूल-अर्क तैयार होता है ] – साधारणतः इस दवा का इस्तेमाल सिर्फ पेट की बीमारी में ही और खासकर पुराने अतिसार, संग्रहणी और सूतिका इत्यादि में ही ज्यादातर किया जाता है और फायदा भी देखने में आता है। बहुत दिनों तक अतिसार भोगने के बाद बच्चे के मस्तिष्क में पानी इकट्ठा हो जाने का उपक्रम होने और धीरे-धीरे बच्चे का गुमसुम, मायूस-सा पड़े रहने के लक्षण में इससे फायदा होता है।

बच्चों के हैजा में – यदि किसी दवा से फायदा न हो, तो इसका प्रयोग करें। गर्मी के दिनों के अतिसार की भी यह एक बढ़िया दवा है। प्रसव के बाद प्रसूता को अतिसार, रक्तहीनता, कमजोरी और क्षीणता की शिकायत हो और वह किसी भी दवा से आराम न हो तो – धीरज के साथ इसका प्रयोग करना चाहिए। इसमें पेट में, खासकर नाभि के नीचे, बहुत ज्यादा मरोड़ का दर्द होता है।

क्रम – Q से 2x शक्ति।

Ask A Doctor

किसी भी रोग को ठीक करने के लिए आप हमारे सुयोग्य होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर का consultancy fee 200 रूपए है। Fee के भुगतान करने के बाद आपसे रोग और उसके लक्षण के बारे में पुछा जायेगा और उसके आधार पर आपको दवा का नाम और दवा लेने की विधि बताई जाएगी। पेमेंट आप Paytm या डेबिट कार्ड से कर सकते हैं। इसके लिए आप इस व्हाट्सएप्प नंबर पे सम्पर्क करें - +919006242658 सम्पूर्ण जानकारी के लिए लिंक पे क्लिक करें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें