बार-बार गर्भपात का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Remedies For Abortion In Hindi ]

विवरण - गर्भ-स्थिति के समय दो मास तक के भ्रूण के निकल जाने को 'गर्भस्राव' तथा इससे अधिक 6 मास तक के गर्भस्थ-शिशु के निकल जाने को 'गर्भपात' कहते हैं । सातवें महीने के पूर्व तक शिशु…

सभी प्रकार के मासिक धर्म की समस्या का इलाज

ऋतुधर्म सम्बन्धी अन्य प्रमुख उपसर्गों के लिए हितकर औषधियों के विषय में निम्नानुसार समझना चाहिए :- रज:स्त्राव में समस्या का होम्योपैथिक दवा (1) अत्यधिक मात्रा में, ढेले-ढेले जैसा…

मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव (मेनोरेजिया) होम्योपैथिक इलाज

विवरण – ऋतुस्राव के समय अधिक परिमाण में खून निकलना, ऋतुस्राव का अधिक दिनों तक होते रहना, सप्ताह में दो अथवा इससे अधिक बार ऋतुस्राव होना-ये सभी लक्षण ‘अति रजः’ के हैं । जरायुग्रीवा…

अनियमित मासिक धर्म का होम्योपैथिक इलाज [ Irregular Menstruation Homeopathic Treatment ]

ऋतुस्राव या मासिक के निश्चित समय में गड़बड़ी, दो-तीन महीने के लिए रज:स्राव बन्द हो जाना, फिर अचानक ही बहुत परिमाण में होना, 10-15 दिनों तक थोड़ा-थोड़ा स्राव होते रहना अथवा…

हरित रोग का इलाज [ Homeopathic Medicine For Chlorosis ]

विवरण – यह बीमारी रक्तहीनता (Anaemia) की ही एक किस्म है । इसमें रक्त में लाल कणों की कमी हो जाती है । यह रोग मासिक-धर्म आरम्भ होने की आयु में प्राय: नवयुवतियों में ही अधिक पाया…

मासिक धर्म ( पीरियड ) का बंद हो जाना होम्योपैथिक इलाज

विवरण – अधिक बर्फ का सेवन, सर्दी लगना, पानी में भींगना, सहवास-दोष, आलस्य, रक्ताल्पता, अधिक भ्रमण अथवा अचानक ही भय, शोक, दुःख, क्रोध आदि का शिकार हो जाने पर कभी-कभी रज:स्राव आरम्भ…

प्रथम पीरियड ( मासिक-धर्म ) में देरी का होम्योपैथिक इलाज

विवरण – मासिक-धर्म, रजःस्राव, ऋतुस्राव, महावारी, महीना होना, मासिक स्राव, ऋतुधर्म-ये सब एक दूसरे के पर्यायवाची शब्द हैं । हमारे देश में प्राय: 12 से 13 वर्ष की आयु में लड़कियों को…

जरायु ( गर्भाशय ) के अपने स्थान से हट जाना [ Displacement of the Uterus ]

विवरण – जरायु के अपने स्थान से हट जाने को ‘जरायु की स्थान-च्युति’ कहते हैं। यह दो प्रकार का होता है – (1) जरायु का आगे की ओर झुक जाना तथा (2) पीछे की ओर झुक जाना। पहली प्रकार की…

पीरियड्स में दर्द होने का होम्योपैथिक दवा [ Homeopathic Medicine For Dysmenorrhea ]

विवरण – रज:स्राव की गड़बड़ी के कारण तलपेट तथा कमर में जो एक प्रकार का कष्टदायक दर्द होता है, उसे ‘ऋतुशूल’ ‘कष्ट रज:’ ‘रज: कृच्छता’ अथवा ‘बाधक-वेदना’ के नामों से पुकारा जाता है।…

जरायु में दर्द का इलाज [ Pain In Uterus Homeopathy Treatment ]

विवरण – जरायु में दर्द का अनुभव, सम्पूर्ण वस्ति प्रदेश में टपक जैसा दर्द – जो हिलने-डुलने अथवा ऋतुस्राव के समय बढ़ती हो, नींद न आना, बेचैनी तथा पाकाशय में गड़बड़ी आदि लक्षण प्रकट…
पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें