Patta Gobhi Ke Fayde In Hindi – पत्तागोभी के फायदे

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यह पत्तागोभी या करमकल्ला के नाम से पुकारी जाती है। प्रतिदिन पत्तागोभी का सेवन उच्च रक्तचाप व रक्त के थक्के जमने से रोकता है, साथ ही घाव (Ulcer) और कैंसर से भी बचाव करता है। इसके पत्ते कच्चे सलाद के रूप में खायें, सब्जी खायें।

पायोरिया – पत्तागोभी के कच्चे पत्ते 50 ग्राम नित्य खाने से पायोरिया व दाँतों के अन्य रोगों में लाभ होता है।

बाल गिरना – पत्तागोभी के 50 ग्राम पत्ते खाने से गिरे हुए बाल उग आते हैं। बाल गिरते हों, गंज हो गई हो तो पत्तागोभी के रस से बालों को तर करके मलें और 10 मिनट बाद सिर धोयें। नित्य कुछ सप्ताह करने से लाभ होगा।

घाव – इसका रस पीने से घाव ठीक होते हैं। इसके रस का आधा गिलास 5 बार पानी मिलाकर पीना चाहिए। घाव पर इसके रस की ही पट्टी बाँधे।

अम्लपित्त – आधा कप पत्तागोभी का रस और 5 चम्मच पानी मिलाकर सुबह-शाम पीने से अम्लपित्त में लाभ होता है।

परिणाम शूल (Peptic Ulcer) – पत्तागोभी का रस पीने से परिणाम शूल ठीक हो जाता है। एक-एक कप तीन बार पियें। इसके कच्चे पत्ते भी खा सकते हैं। इसका ताजा रस ही लाभ करता है। यह कम-से-कम दो सप्ताह पियें।

कब्ज़ – पत्तागोभी के कच्चे पत्ते नित्य खाने से पुराना कब्ज़ दूर हो जाता है। शरीर में व्याप्त विजातीय पदार्थ, दोषपूर्ण पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।

मोटापा घटाना – पत्तागोभी का रस एक कप में आधा कप पानी मिलाकर नित्य दों बार पियें। भोजन के साथ पत्तागोभी के कच्चे पत्ते खाएं। पत्तागोभी में एक ऐसा क्षार तत्व विद्यमान होता है जो कार्बोहाइड्रेट और शर्करा को वसा में बदलने से रोकता है। इसलिए मोटे व्यक्ति इसका प्रयोग करके मोटापा से बच सकते हैं। सब्जी के अतिरिक्त यदि इसे सलाद के रूप में टमाटर, मूली, नीबू आदि भोजन के साथ लिया जाए तो इसके रेशे के कारण शरीर को अधिक लाभ मिलता है। पत्तागोभी को टमाटर आदि के सूप के साथ भी प्रयोग में लाया जा सकता है।

कैंसर – प्रात: खाली पेट सर्वप्रथम कम-से-कम आधा कप पत्तागोभी का रस नित्य पियें। इससे आरम्भिक अवस्था में कैंसर, बड़ी आँत का प्रदाह ठीक हो जाता है। नींद की कमी, पथरी और मूत्र को रुकावट में पत्तागोभी लाभदायक है। इसकी सब्जी घी से छौंककर बनानी धाहिए।

कोलाइटिस (वृहद अांत्रिक प्रदाह) – इस रोग में आँत में सूजन आ जाती है। रोगी को भ्रम हो जाता है कि उसे भोजन नहीं पचता। बात-बात में निराश होने वालों को यह रोग प्राय: हो जाता है। एक गिलास छाछ में चौथाई कप पालक का रस, एक कप पत्तागोभी का रस मिलाकर नित्य दिन में दो बार पियें। कुछ ही दिनों में कोलाइटिस ठीक हो जाती है।

अन्य उपचार हैं – दो दिन उपवास रखें। तीसरे दिन एक गिलास पानी. तीन चम्मच शहद, आधे नीबू का रस मिलाकर पियें। नाश्ते में एक कप गाजर का रस, भोजन में दही, एक कप गाजर का रस, चौथाई कप पालक का रस मिलाकर पियें। शाम के भोजन में पपीता खाएँ।

हदय-शक्तिवर्धक – एक कप पत्तागोभी के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर नित्य दो बार पीने से सीढ़ियाँ चढ़ते समय दम फूलना, धड़कन तेज होना, हृदय की दुर्बलता आदि ठीक हो जाते हैं। यह लम्बे समय यानेि एक-दो महीने तक लें।

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