रेडियम ब्रोमाइड [ Radium Bromide 30 Uses In Hindi ]

3,533

[ 18, 00 ,000 शक्ति की रेडियम किरणें शूगर-ऑफ मिल्क पर डालकर इसका विचूर्ण क्रम तैयार किया जाता है ] – साधारणतः आजकल वात और गठिया तथा जडुल, मोल्स, लाल मुँहासे इत्यादि कई चर्म रोग, घाव, कैंसर, रक्त का दबाव घटना, हर वक्त शरीर में ऐंठन का दर्द बना रहना इत्यादि कई बीमारियों में इसका व्यवहार होता है, मानसिक लक्षण – रोगी अकेला और अंधकार में रहने से डरता है, हर वक्त अपने पास आदमी रखना चाहता है, हमेशा
विपत्ति की आशंका करता है, जरा- सी बात में उत्तेजित हो जाता है। चर्म-रोग में बहुत खुजली और जलन, जैसे आग लगी हो।

लक्षण मिलने पर निन्नलिखित बीमारियों में इसका व्यवहार कर देखना चाहए :-

  1. सिर-दर्द – सिर में चक्कर, माथे के पिछले भाग में दर्द ; कमर में दर्द के साथ गर्दन और चाँद ( खोपड़ी ) में दर्द, कनपटी में दर्द।
  2. आँख की बीमारी – दाहिनी आँख में तेज दर्द, दोनों आँखों में दर्द।
  3. मुँह की बीमारी – मुँह सूखा, मुँह में घातु का-सा स्वाद, जीभ की नोक में कील गड़ने जैसा दर्द
  4. पेट की बीमारी – पेट में दर्द और ऐंठन, वायु गड़गड़ाना पेट वायु से भरा, मैगवर्निस-प्वायण्ट के ऊपरी अंश में दर्द, जो सिगमायड-फ्लेक्सर में जाकर ठहर जाता है; एक बार पतले दस्त और एक बार कब्ज।
  5. मलद्वार की बीमारी – बवासीर, मलद्वार में खुजली।
  6. पेशाब की बीमारी – पेशाब में क्लोराइड का अंश अधिक रहता है।
  7. स्त्री-रोग – योनि की खुजली, कमर के दर्द के साथ और अनियमित ऋतुस्राव, ऋतुस्राव के समय जननेन्द्रिय की हड्डी और तलपेट में भयानक दर्द।
  8. खाँसी, सूखी आक्षेपिक खाँसी, गला सूखा, गले में दर्द, गले में सुरसुरी होकर लगातार खाँसी।
  9. गर्दन, पीठ में ऐंठन का दर्द, गर्दन के पिछले भाग में दर्द, सिर नहीं झुका सकता, खड़े होने या सीधे होकर बैठने पर घटता है, कूल्हा और कमर में दर्द – लगातार हिलते-डुलते रहने पर दर्द का घटना।
  10. वात – सभी प्रत्यंग और गाँठो में, कन्धा, हाथ और अंगुली में दर्द, रात में बढ़ता है, पैर की मांसपेशी और उरु में दर्द, नेफ्राइटिस (गुर्दे का प्रदाह) की बीमारी के साथ वात, कमर में वात इत्यादि, एल्बुमेनयम शोथ ।
  11. कैंसर – थाइसिस की ही तरह यह भी एक दुरारोग्य रोग है । इसकी प्रायः दवा ही नहीं है । आजकल ऐलोपैथ में – कैन्सर में रेडियो की किरण देकर इलाज करते हैं, उससे सामयिक लाभ हो जाता है, पर पूरा-पूरा फायदा नहीं होता। रोग घटकर फिर बढ़ जाता है । होमियोपैथ गण – आप लोग इस बीमारी में शक्तिकृत रेडियम ब्रोमाइड दवा सेवन काराकर देखें ।

वृद्धि – नींद से जागने पर ।

कमी – खुली हवा में, लगातार हिलने-डुलने पर, गरम पानी से नहाने पर; सोने पर और दबाने पर ।

क्रियानाशक – रस वेन, टेल्यूरियम

क्रम – 12 और 30 शक्ति ।

Ask A Doctor

किसी भी रोग को ठीक करने के लिए आप हमारे सुयोग्य होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर का consultancy fee 200 रूपए है। Fee के भुगतान करने के बाद आपसे रोग और उसके लक्षण के बारे में पुछा जायेगा और उसके आधार पर आपको दवा का नाम और दवा लेने की विधि बताई जाएगी। पेमेंट आप Paytm या डेबिट कार्ड से कर सकते हैं। इसके लिए आप इस व्हाट्सएप्प नंबर पे सम्पर्क करें - +919006242658 सम्पूर्ण जानकारी के लिए लिंक पे क्लिक करें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें