स्टिलिंगिया सिलवेटिका [ Stillingia Sylvatica In Hindi ]

1,072

[ ताजी जड़ से टिंचर तैयार होता है ] – अस्थि आवरक झिल्ली का पुराना वात, कमर और अंगों का वात। कण्डमाला या उपदंश की वज़ह से उत्पन्न वात, वातगुटी ( nodes), उपदंश की दूसरी अवस्था में शरीर की त्वचा पर उद्‌भेद निकलना और उसके बाद के दूसरे-दूसरे उपसर्ग, गर्दन की गाँठ का बढना, हाथ के और अंगूठे के चर्म का पुराना उद्‌भेद निकलना, जख्म और आक्षेपिक सूखी खाँसी और वक्ताओं का गला फंस जाना प्रभृति रोगो में यह उपयोगी होता है l उपदंश जनित वात इत्यादि के निमित्त कैलि हाइड्रो का भी उपयोग किया जाता है।

पेशाब की बीमारी – पेशाब साफ पानी की तरह बिना किसी रंग का, पेशाब में सफेद मैदे की चूर की तरह तली जमना ( deposit of white sediment ), खूब गाढा दूध या चाय की तरह पेशाब होना। काइल्यूरिया ( chyluria ) नामक बीमारी में इस तरह का पेशाब होता है तो स्टिलिंगिया सिलवेटिका फायदा करती है, ऐसिड फॉस से भी फायदा होता है l स्टिलिंगिया सिलवेटिका के मल का रंग भी – ‘सफेद’ रहता है, देखने में वह दही की तरह रहता है। यह बीमारी संख्या में बहुत थोड़ी आरोग्य होती है I काइल्यूरिया में एलोपैथिक में आया पेक्टिस या आयापान के पत्ते का रस व्यवहार करते हैं l

रोग में वृद्धि – तीसरे पहर, जलीय वायु में, हिलने-डुलने पर l

रोग में कमी – सवेरे, सूखी गरम हवा में ।

सदृश – वातगुटी में – कॉरिडैलिस, सिफिलिनम, आरम, मर्कुरी, स्टैफिसेग्रिया।

क्रम – Q, 3, 6 शक्ति।

Ask A Doctor

किसी भी रोग को ठीक करने के लिए आप हमारे सुयोग्य होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। डॉक्टर का consultancy fee 200 रूपए है। Fee के भुगतान करने के बाद आपसे रोग और उसके लक्षण के बारे में पुछा जायेगा और उसके आधार पर आपको दवा का नाम और दवा लेने की विधि बताई जाएगी। पेमेंट आप Paytm या डेबिट कार्ड से कर सकते हैं। इसके लिए आप इस व्हाट्सएप्प नंबर पे सम्पर्क करें - +919006242658 सम्पूर्ण जानकारी के लिए लिंक पे क्लिक करें।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें