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Mania Treatment In Homeopathy – पागलपन

पागलपन का इलाज करने से पूर्व, पागल रोगी की मानसिकता पर सूक्ष्मतापूर्वक विचार करते हुये दवाओं का चयन करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं । प्रायः अलग-अलग तरह के पागलपन पर अलग-अलग तरह की दवा दी जाती है परन्तु कुछ दवा ऐसी हैं जो प्रायः समस्त…

Phobia Treatment In Homeopathy – फोबिया

मनोविज्ञान की दृष्टि से इसे इस प्रकार से परिभाषित किया गया हैकिसी पदार्थ या परिस्थिति के प्रति असामान्य तथा स्थायी भय को असंगत भय कहते हैं । यह एक ऐसा अताकिंक भय है जो किसी वास्तविक भयप्रद परिस्थिति के न होने पर भी अत्यन्त अतिरंजित रूप से…

Suicide Tendency Treatment In Homeopathy

आत्महत्या के अधिकांश प्रकरण किशोरावस्था में अधिक देखे जाते हैं, परन्तु इसका यह अर्थ नहीं है कि बचपन या युवावस्था में आत्महत्या के प्रकरण नहीं मिलते । वृन्द्रावस्था में आत्महत्यायें प्रायः कम की जाती हैं । आत्महत्या के विचार या दूसरों की…

चर्म रोग का होम्योपैथिक इलाज [ Homeopathic Medicine For Skin Disease In Hindi ]

चर्म रोग का होम्योपैथिक इलाज इस लेख में हम एक केस की चर्चा करेंगे कि कैसे त्वचा पर लाल दाने, उसमे गंभीर जलन की समस्या होम्योपैथिक दवा से ठीक हुई ?एक महिला को एक हफ्ते से टांगों में सूजन, त्वचा पर लाल दाने, उसमे गंभीर जलन और दर्द महसूस हो…

Wounds Treatment In Homeopathy – घाव का इलाज़

किसी जंग लगी वस्तु से घाव होना- लीडम पाल 200 तथा हाइपेरिकम 200- कोई घाव किसी जंग लगी वस्तु से होता है तो ऐसी स्थिति में टिटेनस नामक रोग हो जाने का भय रहता है । ऐसी स्थिति में उक्त दोनों दवाओं की एक-एक मात्रा कुछ अन्तर से रोगी को दे देनी…

Elephantiasis Treatment In Homeopathy – हाथीपांव

इस रोग में विभिन्न कारणों से रोगी का एक या दोनों पाँव फूलकर हाथी के पाँव के समान मोटा हो जाता है अतः यह रोग हाथीपाँव कहलाता है । जलन, सूजन, दाहकता, चलने में तकलीफ, दर्द, बेचैनी आदि लक्षण प्रकट होते हैं ।हाइड्रोकोटाइल 1M- डॉ० घोष ने लिखा…

Leprosy Treatment In Homeopathy – कुष्ठ रोग

इस रोग में रोगी के किसी अंग विशेष में घाव हो जाते हैं जो ठीक नहीं होते हैं। इन घावों से खून, मवाद आदि सदैव ही निकलता रहता है। धीरेधीरे यह घाव बढ़कर पूरे शरीर में फैल जाते हैं । इन घावों के फलस्वरूप रोगी के अंग धीरे-धीरे गल-गलकर गिरने लगते…

Leucoderma Treatment In Homeopathy – सफ़ेद दाद

इस रोग में सर्वप्रथम रोगी के शरीर में किसी भी स्थान की त्वचा पर एक सफेद निशान हो जाता है और उस निशान की त्वचा संवेदनरहित हो जाती है । धीरे-धीरे यह निशान फैलकर पूरे शरीर की त्वचा पर हो जाता है और यह त्वचा संवेदनरहित-सी ही हो जाती हैं- यही…

बिवाई का होम्योपैथिक इलाज [ Chilblains Treatment In Homeopathy In Hindi ]

Chilblains Treatment In Homeopathy In Hindi ठंड आदि के कारण पैर की एड़ियों में दरारें-सी हो जाती हैं जो समय के साथ-साथ बढ़ती जाती हैं । इनमें दर्द, जलन, कभी-कभी खून भी आ जाना, चलने में कष्ट होना आदि लक्षण प्रकट होते हैं । किसी किसी का सर्दी…

Erysipelas Treatment In Homeopathy – जहरबाद

शरीर के किसी भाग का चमड़ा किसी तरह छिल जाने या चोट लगने की वजह से एक प्रकार का जीवाणु चमड़े में प्रवेश कर जाता है जिससे श्लैष्मिक झिल्ली में प्रदाह हो जाता है- इसी को जहरबाद कहा जाता है। बेलाडोना 30- जहरबाद में जब गर्मी, लाई, सूजन व दर्द…

Urticaria Treatment In Homeopathy – पित्ती उछलना

यह एक प्रकार का चर्म-रोग ही है । खान-पान के दोष से, शरीर को धूप न मिल पाने की वजह से, सदैव सीलन भरे स्थानों पर रहने की वजह से, सर्दी लगने की वजह से अथवा किसी अन्य कारण से शरीर की त्वचा पर लाल रंग के चकते जैसे उद्भेद उभर आते हैं जिसे पित्ती…

Whitlow Treatment In Homeopathy – अंगुलबेडा

हाथ की अँगुली में नाखून के आस-पास की जगह पर पहले सूजन और जलन होती है और लाली भी दिखाई पड़ती है । उसके बाद यह जगह पक जाती है तो उसमें बहुत दर्द होता है- यही स्थिति अंगुलबेड़ा कहलाती है। बेलाडोना 30- रोग की प्रथमावस्था में जब हल्की लाली हो,…

Tumour Treatment In Homeopathy – अर्बुद

नये तन्तुओं के फूल उठने को ही अर्बुद कहा जाता है । बैराइटा कार्ब 200– बहुत से विद्वान चिकित्सकों के मत से यह इस रोग की सर्वोत्कृष्ट दवा है । आर्सेनिक 3x- धातु-विकार रहने पर और अर्बुद वाले स्थान पर दर्द भी होने पर इसका प्रयोग करना चाहिये ।…

Eczema Treatment In Homeopathy- एक्जिमा

किसी अंग की त्वचा पर घाव जैसा हो जाता है और उसमे सूजन, लाली, जलन व दर्द पैदा हो जाते हैं और हर वक्त मवाद या पानी जैसा स्राव होता रहता है उसे ही अकौता के नाम से जाना जाता है। इसमें खुजली बहुत मचती है। कभी कभी ऐसा अकौता भी हो सकता है जिससे…

Boils Treatment In Homeopathy – फोड़े फुन्सी

तले पदार्थ ज्यादा खाने, मीठे पदार्थ ज्यादा खाने, पौष्टिक पदार्थ न खाने, शारीरिक परिश्रम का अभाव, पुरानी कब्ज, गन्दे रहना, नमीयुक्त स्थान पर रहना, खून में दोष उत्पन्न हो जाना आदि कारणों से फोड़े-फुन्सी उत्पन्न हो जाते हैं । मर्कसॉल 30 –…

Pimples Treatment In Homeopathy – मुँहासे

युवावस्था में युवक-युवतियों के चेहरे पर लाल रंग के छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं जिन्हें मुँहासे कहा जाता है । इनमें मवाद भी पड़ जाता है। यह लगातार चलता रहता हैं । इन मुँहासों के कारण चेहरा बहुत कुरुप दिखाई देता है । मुँहासे प्रायः तले पदार्थ…

Ringworm Treatment In Homeopathy – दाद का इलाज़

इस रोग में- रोगग्रस्त भाग पर छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं, वह स्थान लाल या काला पड़ जाता है, वहाँ जलन-सी होती है और वहाँ पर भयंकर खुजली मचती है जिसके कारण वह भाग बार-बार खुजलाना पड़ता हैं । दाद अधिकांशतः वृत्ताकार में ही होता है और यह एक बार…

Muscular Atrophy Treatment In Hindi

पेशियों की शीर्णता ( Muscular Atrophy ) इस रोग में सर्वप्रथम अँगूठे और हथेली की माँसपेशियाँ पतली हो जाती हैं और धीरे-धीरे बाँह और कंधे तक की माँसपेशियों का भी क्षय होने लगता हैं और फिर दोनों पैरों की पेशियों का भी क्षय हो जाता है और…

Arthritis Treatment In Homeopathy

पुराना सन्धि-प्रदाह (Arthritis) सन्धियों में बहुत दिनों तक प्रदाह रहने पर उस जगह का रंग बदरंग जाती हैं या बढ़ जाती हैं या कहिये कि बदशक्ल हो जाया करती हैं।एकोनाइट 30- रोग की प्रथमावस्था में सबसे पहले इसका प्रयोग करें।ब्रायोनिया 6,…

Tetanus Treatment In Homeopathy – टिटेनस

शरीर के किसी कटे हुये-छिले हुये भाग से एक प्रकार का जीवाणु शरीर में प्रवेश कर जाता है जिससे यह रोग उत्पन्न हो जाता है। इस रोग में शरीर में ऐंठन होती और पूरा बदन अकड़कर धनुष की तरह टेढ़ा हो जाता है इसलिये इस रोग को धनुष्टकार के नाम से जानते…

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