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Sun stroke – लू के दुष्प्रभाव

ग्लोनाइन 30- गर्मी के दिनों में धूप में बाहर जाने पर यह संभावना रहती है कि कहीं लू न लग जाये । अतः गर्मी के दिनों में कहीं बाहर जाने से पहले इस दवा की चार गोलियाँ मुख में रखकर चूस लेनी चाहिये । यह दवा प्रतिदिन दो-तीन बार तक ले सकते हैं । इस…

Care Of Bugs – खटमलों से सुरक्षा

इससे मुक्ति पाने के लिये कई कीटनाशक दवाओं जैसे- डी. डी.टी., क्लोरोडीन, लिन्डेन, डायाजीनोल आदि का प्रयोग किया जाता है परन्तु इनका दुष्प्रभाव मानव-शरीर पर पड़ता रहता है । होमियोपैथी में इस समस्या का इलाज इस प्रकार है। एजाडिरेक्टा इण्डिका Q-…

Care Mosquito Bites – मच्छरों से सुरक्षा

मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिये बाजार में कई प्रकार की रासायनिक दवायें उपलब्ध हैं। कुछ अगरबत्तियाँ भी बाजार में उपलब्ध हैं जो रासायनिक यौगिकों जैसे- पाइरीथम पाउडर, सैइट्रौनिला ऑयल आदि से निर्मित की जाती हैं, पर ये विषैले रसायन मनुष्य के…

Anorexia – भूख न लगना

जेनशियाना लूटिया 3x- अगर किसी व्यक्ति को अकारण ही भूख न लगती हो तो ऐसे व्यक्ति को यह दवा प्रतिदिन दो बार भोजन से आधा घण्टे पूर्व के हिसाब से कई दिनों तक लेनी चाहिये, इस प्रकार लेने से भूख बढ़ जाती है ।टी० वी० आदि से थकान आर्निका 200-…

Addiction Of Gambling – जुआ खेलने की आदत

जुआ खेलने की आदत बहुत बुरी होती है क्योंकि इसके कारण किसी भी व्यक्ति का सामाजिक और आर्थिक पतन हो जाता है । अगर इस आदत को शीघ्र ही न छोड़ दिया गया तो भविष्य में पछताने के सिवा कुछ नहीं बचता है। अतः इससे दूर ही रहना चाहिये। यहाँ इसका उपचार…

Habit of Tobacco – तम्बाकू खाने की आदत

तम्बाकू, गुट्खा आदि खाना भी एक प्रकार का व्यसन है । यहाँ इसका उपचार प्रस्तुत हैं । एवेना सैटाइवा Q- इस दवा की 10 बूंद आधे कप पानी में मिलाकर प्रतिदिन तीन वार के हिसाव से दो माह तक लगातार दें । साथ ही, कैलेडियम 200 की एक मात्रा प्रति सप्ताह…

Habit of Drinking – शराब पीने की आदत

शराब पीने की आदत अगर किसी व्यक्ति को पड़ जाये तो वह न केवल उसका, बल्कि उसके परिवार का जीवन भी बरबाद कर देती है । यहाँ इसका इलाज प्रस्तुत है। एवेना सैटाइवा Q- यह दवा दस-दस बूंद की मात्रा में आधे कप पानी में मिलाकर प्रतिदिन चार बार लेनी…

Habit Of Smoking – सिगरेट पीने की आदत

आज के समय में बीड़ी-सिगरेट पीना एक फैशन-सा बनता जा रहा है। अधिकांश लोग यही कहते हैं कि बीड़ी-सिगरेट पीने से तनाव से छुटकारा मिल जाता है। कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जो चेन-स्मोकर होते हैं अर्थात् एक सिगरेट बुझने से पूर्व दूसरी जला लेते हैं…

Continued Fever Treatment In Hindi – अविराम ज्वर

इसमें पहले हल्के बुखार के साथ कॅपकॅपाहट होती है। कभी सर्दी कभी में दर्द, पेशाब बहुत थोड़ा और लाल, कभी कब्जियत और कभी पतले दस्त आना, नाड़ी और साँस की गति में तेजी आदि लक्षण होने पर हम उसे 'अविराम ज्वर' कहते हैं । मौसम का बदलना, बहुत ज्यादा…

Cerebral Fever Treatment In Hindi – मस्तिष्क ज्वर

यह रोग भी संक्रामक जीवाणुओं से होता है। इसमें भी तेज बुखार के साथ मस्तिष्क में शोथ होता है जिसकी वजह से सिर में दर्द, तेज बुखार, उल्टी, गर्दन में दर्द, बेहोशी, लकवे जैसी हालत उत्पन्न हो जाती है। इसका कृढ़ाकजीवाणुओं के प्रवेश के करीब आठ…

Pruritus Ani Treatment In Hindi – मलद्वार के समीप खुजली

इस रोग में मलद्वार के चहुँ ओर काफी खुजली रहती है । खुजली के साथ ही वहाँ की त्वचा पर उद्भेद भी निकल आते हैं। मलद्वार में सुरसुराहट, कुटकुटाना व खुजली होती है। यह रोग आँतों में कीड़े होना, कब्ज रहना, अपच या बदहजमी, बवासीर का रोग, मलद्वार में…

Appendicitis Treatment In Hindi

पेट के दाहिनी ओर के निचले भाग में, जहाँ पर बड़ी और छोटी ऑत होती है। इस ऑत में प्रदाह व दर्द होना ही अपेण्डिसाइटिस कहलाता है। इसमें दाँयी कोख में दर्द, स्पर्श सहन न होना, जकड़न, हाथ से दबाने पर इस भाग का लकड़ी की तरह कठोर होना, तलपेट के…

Hepatitis Treatment In Hindi – यकृत प्रदाह

यकृत में दर्द, सूजन व जलन होने की दशा को ‘यकृत-प्रदाह' कहते हैं। किसी अन्य रोग के कारण, अनुचित खान-पान से,गर्म दवाओं का व्यवहार करने से यह रोग हो जाता है । एनैन्थिरम Q, 3, 6– यकृत में प्रदाह व सूजन, तीव्र दर्द, यकृत ट्यूमर की भाँति कड़ा हो…

Catarrhal Fever Treatment In Hindi – सर्दी का बुखार

जो ज्वर सदीं लगने के कारण आता है, उसे ही सदी का ज्वर कहते हैं । यह ज्वर प्रायः वर्षा या पानी में भीग जाने अथवा ठण्ड लग जाने के कारण होता है। इसमें ठण्ड महसूस होते रहना, शरीर में दर्द, आवाज बैठ जाना, ऑख-नाक से पानी बहना, घबराहट, बेचैनी,…

Influenza Treatment In Hindi – फ्लू

इसे कफ-ज्वर, बहुव्यापक सर्दी आदि भी कहा जाता है । इसमें हल्की ठंड देकर शरीर में दर्द के साथ ज्वर चढ़ जाता है । इसमें सिर-दर्द, सर्दी लगना, खाँसी, छींकें, जुकाम, भूख न लगना, बदन-दर्द आदि लक्षण भी रहते हैं। यह रोग वातावरण के दूषित होने, रोगी…

Gall Stone Treatment In Homeopathy – पित्त की पथरी

पित्ताशय में रोग के कारण पत्थर के कण-से इकट्ठे हो जाते हैं जिन्हें पित्त की पथरी कहते हैं । इसके कारण थोड़ा-बहुत दर्द रहता है । यदि पथरी बड़ी हो और पितवाही नली में प्रवेश कर जाती है तो भयंकर पीड़ा होती हैं और पथरी के आँतों में पहुँचने तक यह…

भगन्दर का होम्योपैथिक इलाज || Homeopathic Medicine For Fistula In Ano In Hindi

Homeopathic Medicine For Fistula In Ano In Hindi मलद्वार के चारों ओर या अन्दर घाव होकर एक तरह का फोड़ा या नासूर हो जाता है, यही भगन्दर कहलाता है । इस फोड़े में एक पतलासा सुई की नोक की तरह का छेद होता है । उस छेद से रस-रक्त झरता रहता है। साथ…

Malaria Treatment In Hindi – मलेरिया बुखार

यह रोग मादा एनिफेलिस मच्छर के काटने से होता है । इसका प्रकोप वर्षा के मौसम में अधिक होता है। इसमें प्रारम्भ में ठंड लगकर कॅपकॅपी आती है । ठण्ड के साथ शरीर में दर्द, बेचैनी, वमन, प्यास, हाथ-पैर ठंडे हैं । पसीना देकर बुखार उतरता है पर कभी-कभी…

Fever Treatment In Hindi – फीवर का इलाज़

वर्षा या पानी में भीगने, अत्यधिक शारीरिक परिश्रम करने, तेज धूप में अधिक देर रहने, सर्दी लगने अथवा अन्य कारणों से बुखार आ जाता है। इसे ही सामान्य ज्वर कहते हैं । एकोनाइट 30- ज्वर की प्रथमावस्था में दें । खासकर ठण्डी व सूखी प्यास लगे, बेचैनी…

Prolapsus Of Rectum Treatment In Hindi – काँच निकलना

गुदा का अन्तिम भाग मलद्वार के बाहर आ जाता है जिसे काँच निकलना कहते हैं । इसमें मलद्वार पर सूजन भी आ जाती है । यह मल-त्याग या मूत्र-त्याग के समय बाहर निकल आती है। कब्ज, बवासीर, पेचिश, मलत्याग के लिये अधिक जोर लगाना आदि के कारण यह रोग हो जाता…

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