sar dard ka homeopathic ilaj in hindi – सिर दर्द का इलाज होम्योपैथिक अपनाकर करें

प्रायः हर व्यक्ति को कभी न कभी सिरदर्द होता ही है। वास्तव में सिरदर्द अपने आप में कोई बीमारी नहीं है और शरीर के किसी अन्य हिस्से में होने वाले दर्द की तरह विभिन्न रोगों का लक्षण…

गर्भावस्था में दस्त होने का इलाज [ Diarrhea During Pregnancy In Hindi ]

गर्भावस्था में दस्त होने पर निम्नलिखित औषधियों का प्रयोग करें :-मर्क-सोल 30, 200 - टट्टी में कभी आंव, कभी खून आना, आंव अधिक होने पर 'मर्क-सोल' तथा अधिक खून होने पर 'मर्क-कोर'…

मूड स्विंग का होम्योपैथिक इलाज || Homeopathic Treatment For Mood Swing In Hindi

मूड स्विंग का होम्योपैथिक इलाजइस लेख में हम mood swing के एक केस की चर्चा करेंगे कि कैसे होम्योपैथिक दवा से इस समस्या का समाधान किया गया।यह केस 22 वर्षीय महिला का है जिसे…

पेट दर्द की अंग्रेजी दवा [ Pet Dard Medicine Name ]

शरीर में जब विषाक्त रक्त अधिक हो जाता है तो रक्त वाहिनियों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है और वे निर्बल हो जाती हैं। परिणामस्वरूप पेट के स्नायु केन्द्रों को रक्त की आवश्यक मात्रा…

Tonsil Ka Gharelu Upchar – Tonsil Treatment At Home

टांसिल का कारण - गले के प्रवेश द्वार के दोनों तरफ लसिका ग्रन्थि जैसी एक-एक माँस की गाँठ होती है। टांसिल के बढ़ने का कारण निशास्ते का अधिक प्रयोग है। मैदा, चावल, आलू, चीनी, अधिक…

वायरल बुखार का होम्योपैथिक दवा [ Viral Fever Ka Homeopathic Treatment ]

इन्फ्लुएंजा वायरस के संक्रमण से वायरल फीवर होता है। वायरल फीवर जून-जुलाई के महीने में अधिक होता है। इसमें सबसे पहले गले में दर्द के साथ हल्की सर्दी होती है, उसके तुरंत बाद गले में…

कुम्हड़ा के गुण

परिचय : 1. इसे कूष्माण्ड (संस्कृत), पेठा-कुम्हड़ा (हिन्दी), कुमड़ा (बंगाली), पांढर कोहळ (मराठी), भुरू कोहळु (गुजराती), वेल्ले गुग्मडि (तेलुगु) तथा वेनिन्कासा हिस्पिडा (लैटिन) कहते…

लैपटेण्ड्रा [ Leptandra Virginica Materia Medica In Hindi ]

- यकृत-विकृति, यकृत में तनाव का दर्द, ज्यादा परिमाण में काला अलकतरे-जैसा बदबूदार मल, किसी भी बीमारी में मल का उक्त प्रकार का लक्षण हो तो सबसे पहले लैपटेण्ड्रा का प्रयोग करना चाहिए…

नैफेलियम [ Gnaphalium Homeopathy Uses In Hindi

- मुँह और निम्नांग के स्नायुशूल के दर्द में यह फायदेमंद है। सायटिका - सायटिका स्नायु जहाँ तक गयी है, वहाँ तक अर्थात कमर से उरु के पिछले भाग होकर पैर की एड़ी तक जोर से दर्द, यदि इस…

Buttermilk Benefits In Hindi – छाछ के फायदे – छाछ के गुण

छाछ का नियमित सेवन करने वाला कभी रोगी नहीं होता और न ही छाछ के सेवन से नष्ट हुए रोग दोबारा उत्पन्न होते हैं। जिस प्रकार देवताओं में अमृत ही जीवन है, उसी प्रकार मनुष्यों के लिए इस…
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