जीभ की रचना और कार्य

रसनेन्द्रिय 'जीभ' का ही पर्यायवायी है अर्थात् जीभ अथवा रसनेन्द्रिय सभी एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। जीभ अधिकतर मांस और माँसपेशियों से बनी होती है। सारी जीभ पर श्लैष्मिक कला चढ़ी…

कान की रचना, भाग और कार्य

जिस इन्द्रिय से हम सुनते हैं उसे कान अथवा श्रवणेन्द्रिय (Ear) कहते हैं। आँख की तरह यह भी दो होते हैं और खोपड़ी की जड़ों में दाँये और बाँये लगे रहते हैं । कान के निम्नलिखित तीन भाग…

मानव नेत्र संरचना और कार्य

आँख की बनावट हमारी ज्ञानेन्द्रियों में आँख (Eye) सबसे कोमल और अति महत्वपूर्ण अंग हैं । जैसा कि सर्वविदित है कि हमारे (मानव) के शरीर में दो आँखें (एक दाँयी ओर तथा एक बाँयी ओर) होती…

सुषुम्ना की संरचना और कार्य [ Structure of Spinal Cord In Hindi ]

जहाँ पर लघु मस्तिष्क (Cerebellum) समाप्त होता है, वहीं से सुषुम्ना (Spinal Cord) शुरू हो जाती है । यह वास्तव में मस्तिष्क की ही एक शाखा है । यह वात नाड़ी संस्थान का वह भाग है जो…

मस्तिष्क की संरचना, अग्र मस्तिष्क – मानव मस्तिष्क जानकारी

जैसा कि आरम्भ में (पूर्व में) बताया जा चुका है कि हमारे सिर की खोपड़ी मजबूत अस्थियों से बनी है । मस्तिष्क ही मन, बुद्धि और शरीर की चेतना का मुख्य आधार है। मोटे तौर पर आठ हड्डियों…

त्वचा क्या है? – त्वचा के प्रकार

त्वचा की बनावट ( Structure of Skin ) त्वचा शरीर की खाल को कहते हैं। इसे चर्म, त्वचा, जिल्द आदि नामों के अतिरिक्त अंग्रेजी में स्किन के नाम से भी जाना जाता है । चर्म समस्त शरीर की…

मूत्र प्रणाली – मूत्राशय प्रबंधन [ Ureters In Hindi ]

जैसा कि हमने ऊपर बतलाया है कि हमारे शरीर में दो मूत्र प्रणालियाँ होती हैं, एक दाहिनी ओर, दूसरी बाँयी ओर । इसकी लम्बाई 10 से 12 इंच तक होती है। इसके दो सिरे होते हैं। ऊपर का चौड़ा…

किडनी की संरचना और किडनी का कार्य

Urinary System के अन्तर्गत दो वृक्क (Kidney), दो मूत्र प्रणालियाँ (Ureters), मूत्राशय (Bladder) आदि अंग सम्मिलित हैं किन्तु त्यागन संस्थान के अन्तर्गत त्वचा, नख और केश (बाल)…

फेफड़ा क्या है और फेफड़े का कार्य

श्वास लेने और श्वास फेंकने की क्रिया को रेस्पिरेशन (Respiration) कहा जाता है। वायु को अन्दर लेने की क्रिया को (Inspiration) और वायु बाहर फेंकने की क्रिया को एक्सपीरेशन कहते हैं।…

लसीका ग्रंथियां – लसीका तंत्र [ Lymphatic System In Hindi ]

इस संस्थान के अन्तर्गत लसीका (Lymphatic Glands) और लसीका वाहिनियाँ (Lymphatic Vessels) आदि की गणना की जाती है। यह रक्तवाही संस्थान के निकट सम्बन्ध रखने वाला संस्थान है। इसमें…
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