हमारा भोजन और स्वास्थ्य
हमारा उत्तम भोजन वही है जो शीघ्रपाची (जल्दी हज्म होने वाला) हो और उसमें प्रोटीन, वसा, कार्बोज, लवण, जल इत्यादि बलवर्धक, शक्ति स्थिर रखने वाले पौष्टिक तत्त्व और रोगों से मुकाबला…
विटामिन इ कैप्सूल्स [ Vitamin E Capsules Benefits In Hindi ]
इविअॉन (Evion) (मर्क कंपनी) - यह विटामिन 'ई' से निर्मित पर्ल (टिकिया) के रूप में उपलब्ध है । रात में मांसपेशियों में ऐण्ठन होना, (Nocturnal Muscle Cramps) सविरामी लगड़ापन…
Vitamin C Capsule In Hindi [ विटामिन सी कैप्सूल ]
सेलिन Celin (100 और 500 मि.ग्रा.) टिकिया (ग्लैक्सो कंपनी)
चिवसी Chewcee Tablet (सायनेमिड कंपनी) टिकिया (चूसने हेतु)
लिमसी (Limcee tablet) (आई. डी. पी. एल.)
सिटामिन…
विटामिन बी काम्प्लेक्स टेबलेट्स ( कैप्सूल ) [ B Complex Tablet In Hindi ]
विटामिन बी-1 से बनी औषधियाँ
बेरिन टैबलेट (Berin) - इस नाम से टिकिया और इन्जेक्शन बाजार में उपलब्ध हैं । टिकिया 50 और 100 मि.ग्रा. और इन्जेक्शन 100 मि.ग्रा. प्रति मि.ली. के मिलते…
विटामिन डी कैप्सूल [ Vitamin D Capsule In Hindi ]
हैलीबोरेन्ज (Haliborange) (ग्लैक्सो कंपनी) - इसमें विटामिन 'ए', 'सी' और 'डी' होती है। छोटे बच्चों को चौथाई से आधी चम्मच दिन में दो-तीन बार, बड़े बच्चों को आधी चम्मच और बड़ों को 1…
विटामिन ए कैप्सूल [ Vitamin A Capsule in Hindi ]
Liquor Vitamini A Concentrates (B.P.C. Co.) - हल्का, पीले रंग का तेल, मामूली गन्ध, स्वाद मछली के तेल जैसा। मात्रा 1 से 10 बूंद । एक बूंद में 2500 यूनिट, 10 बूंद में 25000 यूनिट…
विटामिन पी ( Vitamin P ) क्या है ?
विटामिन 'पी' की खोज विटामिन 'सी' से सम्बन्ध रखती है । वैज्ञानिकों ने देखा कि स्कर्वी रोग के कुछ रोगियों में एस्कार्विक एसिड से उतना लाभ नहीं हुआ, जितना नीबू के रस के प्रयोग से हुआ…
विटामिन के (Vitamin K) के स्रोत और फायदे
विटामिन K की खोज का इतिहास रक्तक्षरण की प्रवृत्ति को देखकर खोज होने से सम्बन्धित है । सन् 1929 और 1933 के बीच कई वैज्ञानिकों ने वसाहीन आहार पोषित मुर्गी के बच्चों में स्वत:…
विटामिन एफ ( Vitamin F ) के लाभ और प्रयोग
अमेरिकन लेखकों ने इस नाम के अन्तर्गत कुछ आवश्यक अनसेचुरेटेड वसा अम्ल, विशेषत: लाइनोलिक, लिनोलेनिक एसिड का वर्णन किया है। ये वनस्पति और जन्तु-जनित तेलों में बहुत ही भिन्न मात्राओं…
विटामिन ई ( Vitamin E ) के फायदे और महत्व
इस तत्त्व की खोज सर्वप्रथम सन् 1922 में 'ईवान्स' और 'विशाप' नामक वैज्ञानिकों द्वारा की गई। उन्होंने इस तत्त्वहीन भोजन का प्रयोग मादा चूहों पर किया, इससे उनमें बाँझपन उत्पन्न हो गया…