दादी माँ के देसी घरेलू नुस्खे

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यदि शरीर में जहर चला गया हो और डॉक्टर तक पहुंचने में देर लग रही हो

  • गर्म पानी में नमक डालकर पीड़ित को पिला दें। इससे उसे उल्टी हो जाएगी।
  • आधा चम्मच सुहागा पीसें और देसी घी के साथ खिला दें।
  • दूध में घी डालकर पिलाने से भी जहर का असर कुछ कम हो जाता है।

किसी एलर्जी के कारण त्वचा सूज जाए, उसका रंग बदल जाए और वहां खुजली हो

  • मेथी की पत्तियों को पीसकर प्रभावित स्थान पर लगाएं।
  • कच्चे आलुओं का रस लगाने से भी लाभ होगा।
  • तारपीन के तेल को सरसों को तेल में मिलाकर मालिश करें।
  • नारियल के तेल की मालिश भी असर करेगी।
  • करेले का रस प्रभावित स्थान पर लगाएं। नमक मिलाकर रस का सेवन भी करें।

मोच के बाद यदि उस अंग पर सूजन आ जाए

  • सूजन वाले स्थान पर तेजपत्ता और लौंग पीसकर लगाएं।
  • तुलसी के पत्तों का रस और सरसों के तेल को मिलाकर दिन में कई बार लगाएं।
  • तारपीन या सरसों के तेल की मालिश से भी सूजन कम होगी।
  • सरसों के तेल में नमक मिलाकर गर्म करें और सूजन वाले स्थान पर लगाएं।

दांतों में दर्द उठे और डॉक्टर के पास जाने में देर हो

  • हींग को पानी में घोलकर दांतों पर लगाएं।
  • आंवले के चूर्ण में थोड़ा-सा सेंधा नमक मिलाकर मंजन की शैली में उंगलियों से मलें।
  • पालक के रस में पानी मिलाकर कुल्ली करें।
  • राई को पानी में डालकर उबालें और फिर उससे कुल्ली करें।
  • सरसों का तेल और हल्दी का मिश्रण लगाने से भी राहत मिलेगी।

अंग जल जाए और डॉक्टर के पास जाने में देर लगे

  • जले हुए अंग को पानी में डुबो दें। यदि ऐसा करना संभव न हो तो अंग पर पानी का कपड़ा रख दें। बर्फ हो तो उसके टुकड़े रखें।
  • जलने से त्वचा पर पड़ गए फफोलों को फोड़ना नहीं चाहिए। इन फफोलों में पानी भरा होता है, जो नीचे की खाल को सुरक्षा प्रदान करता है।
  • कच्चे आलू को पीसकर उसका लेप जले हुए स्थान पर लगाएं। बहुत राहत मिलेगी।
  • जीरे को पानी में पीस लें और उसका लेप लगाएं।
  • तुलसी के पत्तों का रस को नारियल के तेल में मिलाकर लगाना चाहिए।
  • मुलतानी मिट्टी लगाने से भी राहत मिलेगी।
  • पके केले के गूदे को मसलकर लगाने से भी लाभ होगा।
  • गाजर का रस भी जले हुए स्थान पर राहत देगा।
  • यदि शरीर ज्यादा जला हो तो घरेलू उपचार करके पीड़ित को चादर ओढ़ा दें और उसे तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचाएं।

त्वचा पर घमौरिया हो जाएं

  • घमौरिया वाले स्थान पर दिन में कई बार बर्फ के टुकड़े मलें।
  • मुलतानी मिट्टी का लेप भी राहत देगा।
  • संतरे के छिलकों को सुखाकर पीस लें और पाउडर को गुलाबजल में मिलाकर लगाएं।
  • तुलसी की लकड़ी को पानी में घिसकर लगाएं।

अचानक चोट लगने से घाव हो जाए

  • घाव में दिन में कई बार प्याज या लहसुन का रस लगाएं।
  • तुलसी की लकड़ी को पानी में घिसकर उसका लेप लगाएं।
  • आम की छाल को पानी में धिसकर लगाएं।
  • हल्दी को तवे पर भून लें और उसमें सरसों का तेल मिलाकर लगाएं।
  • शहद को घाव पर लगाने से भी लाभ होगा।

जब बिच्छू, मधुमक्खी या कोई अन्य कीड़ा काट ले

  • कीड़े के डंक वाले स्थान पर हर दस मिनट के बाद तारपीन का तेल लगाएं।
  • आटे में सिरका मिलाकर काटे गए स्थान पर लगाने से भी राहत मिलेगी।
  • लहसुन को पीसकर उसमें सेंधा नमक मिलाकर लगाएं।
  • अजवायन को पीसकर लगाने से भी राहत मिलेगी।
  • डंक वाले स्थान पर फिटकरी को पानी में घिसकर लगाएं।
  • मधुमक्खी के काटने पर बाकी उपाय तो हैं ही, लोहे को घिसकर लगाने से भी लाभ होगा।
  • अगर डंक अंदर ही रह गया हो तो उसे सुई की मदद से निकाल दें।

जब बच्चे की नाल काटने के बाद नाभि पक जाए

  • लौंग के तेल और तिल्ली के तेल को मिलाकर लगाएं।
  • हल्दी को देसी घी में मिलाकर लगाएं।
  • चिकनी सुपारी पानी में घिसकर दिन में कई बार लगाएं।

जब बच्चे के दांत निकलते समय उसे कष्ट हो

  • थोड़ा-सा सुहागा लें और शहद में मिलाकर मसूढ़ों पर मलें।
  • चूने के पानी में शहद मिलाकर दांतों पर मलने से भी लाभ होगा।
  • मक्खन और शहद मिलाकर लगाने से भी दांत आसानी से निकलते हैं।
  • तुलसी के पत्तों का रस और शहद का संयोजन मसूढ़ों पर मलने से भी लाभ होगा।
  • मुलेठी के चूर्ण का सेवन भी बच्चे की परेशानी कम करेगा।
  • सुबह-शाम एक-एक चम्मच अंगूर का रस पिलाने से भी राहत मिलेगी।

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