बैसीलीनम ( Bacillinum Homeopathy In Hindi )

इस औषधि का यक्ष्मा रोग की चिकित्सा में सफलतापूर्वक उपयोग किया जा चुका है अर्थात इसके प्रयोग से यक्ष्माग्रस्त रोगी के बलगम की मात्रा घट जाती है, फेफड़ों में अधिक हवा जाने लगती है और…

ऐंथ्रासीनम ( Anthracinum 30 Uses In Hindi )

ऐन्थ्रैक्स (Anthrax) एक प्रकार की उड़नी बीमारी (Infectious disease) है जिसे तिल्ली का बुखार (Splenic fever) कहते हैं, यह रोग विशेष करके अक्सर भेड़ और मवेशियों को हुआ करता है। जिस…

Acetic Acid Uses In Hindi – रक्तस्राव का होमियोपैथी दवा

शोथ, बहुमूत्र, पुराने दस्त, क्षय इत्यादि रोगों में जलन और इस कदर ज़ोर की प्यास का होना, जो कि किसी तरह से न बुझे, परन्तु बुखार में बिलकुल प्यास का न रहना (But not thirst in fever)…

Sulphuric Acid Homeopathy – सल्फ्यूरिक एसिड

Sulphuric Acid का व्यापक-लक्षण तथा मुख्य-रोग (1) वाह्य-कंपकपी न होने पर भी संपूर्ण शरीर में आन्तरिक-कंपकपी अनुभव करना - Sulphuric acid औषधि का अति-प्रधान लक्षण यह है कि रोगी को…

एसिडिटी का घरेलू उपचार – Acidity Ka Gharelu Upchar

(1) आंवले का रस, मिश्री और भुने जीरे का चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम पीने से एसिडिटी की विकृति नष्ट होती है।(2) सन्तरे के रस में थोड़ा-सा भुना हुआ जीरा और सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने…

पिकरिक एसिड – Picric Acid

पिकरिक एसिड का होमियोपैथी उपयोग ( Picric Acid Homeopathic Medicine In Hindi) मस्तिष्क की थकावट में मेरु-दंड की जलन - मस्तिष्क की थकावट की यह अमोघ औषधि है। इसका मुख्य-लक्षण यह है…

फोस्फोरिक एसिड – Phosphoric Acid

फोस्फोरिक एसिड के होम्योपैथिक उपयोग ( Acid Phos Homeopathic Medicine In Hindi ) (1) शोक, दुःख, भग्न-प्रेम, कुटुम्बी की मृत्यु का आघात, रोगी की चिन्तापूर्वक देर तक सेवा करने तथा…

औग्जैलिक एसिड – Oxalic Acid

औग्जैलिक एसिड का होम्योपैथिक उपयोग ( Oxalic Acid uses In Hindi ) (1) भिन्न-भिन्न प्रकार का दर्द - डॉ० कैन्ट का कहना है कि इसं औषधि के समान शरीर के भिन्न-भिन्न स्थानों में दर्द के…

म्यूरिएटिक एसिड – Muriatic Acid

म्यूरिएटिक एसिड के लक्षण तथा मुख्य-रोग ( Muriatic Acid uses in hindi ) (1) टाइफाइड की उत्कृष्ट औषधि - फैरिंगटन का कथन है कि एसिड दो प्रकार के हैं : खनिज (Mineral acids) तथा…
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