बिस्मथ ( Bismuth Homeopathy In Hindi )

- अन्ननली, पाकस्थली और पाचन यन्त्र की स्नायु पर इसकी प्रधान क्रिया होती है। चरित्रगत लक्षण :-रोगी अकेला नहीं रह सकता, साथी चाहता है। चंचल और उद्विग्न - कभी बैठता है, कभी…

बैराइटा म्यूरिएटिका ( Baryta Muriatica Uses In Hindi )

- इस औषधि बुद्धिहीन, भोंदू, नाटे, बौने, स्मरण शक्तिहीन और कण्ठमाला धातुग्रस्त व्यक्तियों के लिये अति उत्तम है। यह पाचन यंत्र पर क्रिया प्रकट करके दस्त, कै, मिचली, ओकाई, पेट में…

बैराइटा आयोडेटा ( Baryta Iodata Homeopathic Medicine In Hindi )

- इस औषधि की क्रिया श्लेष्मा प्रवण और रस-प्रधान धातु में अधिक प्रगट होती है। निग्न तालुमूल (Submaxillary) की गांठ फूलना, अर्बुद की तरह कड़ा हो जाना, अण्डकोष की बहुत दिनों की…

बैलसमम पेरूवियेनम ( Balsamum Peruvianum Homeopathy In Hindi )

किसी भी स्राव में बहुत अधिक सड़ी बदबू आना, बराबर प्रलेपक ज्वर (hectic fever) का बना रहना और उसके साथ हो तो इसका प्रयोग करना लाभदायक होगा। इसका प्रयोग तीन तरह से होता है - (1) भीतरी…

बैडियागा ( Badiaga 30 Homeopathy In Hindi )

- इस औषधि का प्रयोग नाना प्रकार की बीमारियों में होता है, फिर भी साधारणत: सर्दी लगकर जो बीमारियां होती हैं उनमें से एक-दो बीमारियों में तथा शरीर के किसी स्थान की गांठ फूलने अर्थात…

बैसीलीनम ( Bacillinum Homeopathy In Hindi )

इस औषधि का यक्ष्मा रोग की चिकित्सा में सफलतापूर्वक उपयोग किया जा चुका है अर्थात इसके प्रयोग से यक्ष्माग्रस्त रोगी के बलगम की मात्रा घट जाती है, फेफड़ों में अधिक हवा जाने लगती है और…

एजाडिरेक्टा इण्डिका ( Azadirachta Indica In Hindi )

- इस औषधि का हिन्दी नाम नीम है। साधारण - घाव, फोड़ा व दूषित घाव इत्यादि में ही यह प्रयोग की जाती है। नीम की छाल सूखा कर खूब महीन कूटकर ज्वर के विराम काल में 3-4 घन्टे के अन्तर से…

एवेना सैटाइवा ( Avena Sativa In Hindi )

यह दवा ओट ( oat ) वृक्ष से तैयार होता है। यह भी अल्फाल्फा की तरह एक बलवर्धक दवा है और किसी प्रकार की शरीर को क्षय या कमजोर करने वाली बीमारी के बाद इसके सेवन से शरीर जल्दी पुष्ट…

औरम म्यूरिएटिकम नैट्रोनेटम ( Aurum Muriaticum Natronatum In Hindi )

- यह औषधि स्त्री जननेन्द्रियों पर सर्वाधिक प्रभावशाली क्रिया करती है, स्त्रियों के जरायु, डिम्बकोष इत्यादि स्थानों में होने वाली अनेक प्रकार की बीमारियों में यह दवा बहुत प्रसिद्ध…

ऐस्ट्रागैलस मोल्लिस्सीमस ( Astragalus Mollissimus Homeopathy In Hindi )

- डा० बोरिक के अनुसार जिस प्रकार सुरासार, तम्बाकू और मारफीन का प्रभाव मनुष्यों पर पड़ता है, उसी तरह यह औषधि पशुओं को प्रभावित करती है। विषाक्ता की प्रारम्भिक अवस्था में मिथ्याभ्रम…
पुराने रोग के इलाज के लिए संपर्क करें