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Homeopathic Drug

बैसीलीनम ( Bacillinum Homeopathy In Hindi )

इस औषधि का यक्ष्मा रोग की चिकित्सा में सफलतापूर्वक उपयोग किया जा चुका है अर्थात इसके प्रयोग से यक्ष्माग्रस्त रोगी के बलगम की मात्रा घट जाती है, फेफड़ों में अधिक हवा जाने लगती है और…

एजाडिरेक्टा इण्डिका ( Azadirachta Indica In Hindi )

- इस औषधि का हिन्दी नाम नीम है। साधारण - घाव, फोड़ा व दूषित घाव इत्यादि में ही यह प्रयोग की जाती है। नीम की छाल सूखा कर खूब महीन कूटकर ज्वर के विराम काल में 3-4 घन्टे के अन्तर से…

एवेना सैटाइवा ( Avena Sativa In Hindi )

यह दवा ओट ( oat ) वृक्ष से तैयार होता है। यह भी अल्फाल्फा की तरह एक बलवर्धक दवा है और किसी प्रकार की शरीर को क्षय या कमजोर करने वाली बीमारी के बाद इसके सेवन से शरीर जल्दी पुष्ट…

औरम म्यूरिएटिकम नैट्रोनेटम ( Aurum Muriaticum Natronatum In Hindi )

- यह औषधि स्त्री जननेन्द्रियों पर सर्वाधिक प्रभावशाली क्रिया करती है, स्त्रियों के जरायु, डिम्बकोष इत्यादि स्थानों में होने वाली अनेक प्रकार की बीमारियों में यह दवा बहुत प्रसिद्ध…

ऐस्ट्रागैलस मोल्लिस्सीमस ( Astragalus Mollissimus Homeopathy In Hindi )

- डा० बोरिक के अनुसार जिस प्रकार सुरासार, तम्बाकू और मारफीन का प्रभाव मनुष्यों पर पड़ता है, उसी तरह यह औषधि पशुओं को प्रभावित करती है। विषाक्ता की प्रारम्भिक अवस्था में मिथ्याभ्रम…

आस्टेरियस रुबेन्स ( Asterias Rubens Homeopathy In Hindi )

- जो व्यक्ति मोटे थुलथुले और जिनकी प्रकृति साइकोटिक (प्रमेह-विष-दूषित) है, उन पर इसकी क्रिया बहुत जल्द प्रकट होती है। स्नायु विकार, हिस्टीरिया कोरिया (ताण्डण रोग) इसी औषधि के…

अस्टेकैस फ्लूवियाटिलिस ( Astacus Fluviatilis Homeopathy In Hindi )

- यह औषधि सर्वधा चर्म रोगों में लाभ दायक रहती है। सारे शरीर पर शीतपित्त प्रकट हो जाती है, खुजली, लसीफा ग्रान्थियां बढ़ जाती हैं साथ ही दुग्ध निर्मोक ( Crusta lactea ) विसप और जिगर…

एस्पीडोस्पर्मा ( Aspidosperma Homeopathy In Hindi )

अधिकांश दमा या सांस लेने में तकलीफ की बीमारियों में इस दवा से आशा से अधिक फायदा मिलता है। यह फेफड़ों में ताकत देती है और खून में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ा देती है, जिसके कारण रोगी के…

ऐस्पैरेगस ऑफिसिनेलिस ( Asparagus Officinalis Homeopathy In Hindi )

इस औषधि की (urinary secretion) मूत्रस्राव पर प्रमुख एवं द्रुतगामी क्रिया होती है। यह औषधि कमजोरी और हृदय गति को मन्द करने के साथ शोथ पैदा कर देती है।सर्दी-जुकाम, जिसमें नाक से…

ऐस्क्लेपियस ( Asclepias Homeopathy In Hindi )

ऐस्क्लेपियस नामक वृक्ष की ताजी जड़ या सोर से इसका टिंचर तैयार किया जाता है, यह दो प्रकार का होता है। Asclepias Cornuti और Asclepias Tuberosa इन दो प्रकार के ऐस्क्लेपियस का हम अधिक…
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