इस रोग में रोगी के शरीर के जोड़ों में यूरिक एसिड जम जाता है जिससे जोड़ों में रक्तसंचार ठीक से नहीं हो पाता है जिससे उनमें दर्द रहने लगता कोई भी कार्य कर पाने में असमर्थ होने लगता…
शरीर के बड़े जोड़ों, छोटी संधियों, पेशियों आदि में होने वाली पीड़ा तथा ऐंठन को ही वातजनित वेदना कहते हैं। यहाँ पर इसकी दवाओं का वर्णन किया जा रहा है । ध्यान रखने की बात यह है कि…